वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण BJP की राष्ट्रीय प्रवक्ता रही हैं. वह साल 2003 से 2005 के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या रह चुकी हैं. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वो 26 मई 2014 से 3 सितंबर 2017 तक भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री के तौर पर भी उन्होंने काम किया है. 2017 में उन्हें उन्हें देश की रक्षा मंत्री बनाया गया. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद निर्मला सीतारमण देश के रक्षा मंत्रालय की कमान संभालने वाली आजाद भारत की दूसरी महिला नेता और स्वतंत्र रूप से पहली पूर्णकालिक महिला रक्षामंत्री बनी थी. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया. वित्त मंत्री के रूप में यह उनका छठा और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट होगा.
कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आईएएस अफसर अजय सेठ मौजूदा समय में वित्त मंत्रालय में डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स में सेक्रेटरी के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बीते साल G20 समिट के दौरान उन्होंने सुर्खियां बटोरी थी. वित्त मंत्रालय में अपने पिछले कार्यकाल में सेठ ने 2000 और 2004 के बीच व्यय विभाग और आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव और निदेशक के रूप में कार्य किया. उन्होंने 2004-2008 के दौरान एशियाई विकास बैंक के कार्यकारी निदेशक के सलाहकार के रूप में काम कर चुके है.
तमिलनाडु कैडर के IAS अधिकारी टीवी सोमनाथन इस समय केंद्रीय वित्त मंत्रालय सबसे सीनियर सेक्रेटरी हैं. सोमनाथन फिलहाल फाइनेंस सेक्रेटरी और डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर के सेक्रेटरी के पद पर हैं. उन्हें पीएम मोदी का सबसे करीबी नौकरशाह माना जाता है. वह प्रधानमंत्री कार्यालय में भी अपनी सेवाएं दे चुके है. साल 2020 में वह केंद्रीय वित्त मंत्रालय में एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी बने थे. तब से वह बजट बनाने की प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं.
तुहिन कांत पांडेय निवेश एवं लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सेक्रेटरी हैं. वह 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. इन्हें एयर इंडिया के प्राइवेटाइजेशन और एलआईसी के देश के सबसे बड़े आईपीओ में निभाई गई भूमिका के लिए जाना जाता है.
वरिष्ठ नौकरशाह संजय मल्होत्रा वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग में सचिव के पद पर है. आप 1990 राजस्थान कैडर के IAS अधिकारी रहे है. बजट प्रक्रिया में मल्होत्रा टैक्स रेवेन्यू बढ़ाने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उन पर वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण के भाग बी का मसौदा तैयार करने की अहम जिम्मेदारी है.
विवेक जोशी की गिनती बजट पर वित्त मंत्री के सलाहकारों के समूह के सदस्य में रूप में होती है. 1989 हरियाणा कैडर के अधिकारी जोशी पहले भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना कमिश्नर के पद पर थे. वह 2022 में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव के रूप में वित्त मंत्रालय में शामिल हुए.
नितिन गुप्ता इस समय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड या सीबीडीटी के चेयरमैन हैं. वह बजट में आयकर, कारपोरेट कर और प्रत्यक्ष कर से जुड़े सभी प्रस्तावों को तैयार करने के मसौदे से जुड़े हुए है.
संजय कुमार अग्रवाल इस समय सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडाइरेक्ट टैक्स एंड कस्टम के चेयरमैन हैं. बजट में शामिल होने वाले अप्रत्यक्ष कर संबंधी सभी प्रस्ताव की रूपरेखा को तैयार कर रहे है.
वी अनंत नागेश्वरन भारत सरकार के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर हैं. उन्हे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सबसे करीबी सलाहकारों में गिना जाता है. वह वैश्विक स्तर से होने वाली किसी भी हलचल का भारतीय अर्थव्यवस्था पर होने वाले प्रभावों पर बारीक नजर रखते हैं. G20 बैठक में इनकी अहम भूमिका हमेशा चर्चा के केंद्र में रहा.
तमिलनाडु कैडर में 1997 बैच के आईएसएस अधिकारी आशीष वछानी इस समय केंद्रीय वित्त मंत्रालय के बजट डिवीजन में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर है. देश के देश के चीफ बजट ऑफिसर के तौर पर बजट बनाने की पूरी प्रक्रिया पर उनकी नजर है.