menu-icon
India Daily

'बुलेट एंट', दुनिया का सबसे दर्दनाक डंक मारने वाला जानवर, जिसके काटने से होता है गोली लगने जैसा दर्द

अमेजन के जंगलों में रहने वाली बुलेट एंट को दुनिया की सबसे दर्दनाक डंक वाली चींटी माना जाता है. इसका डंक ऐसा होता है मानो गोली लग गई हो.

auth-image
Edited By: Kuldeep Sharma
bullet ants
Courtesy: social media

दुनिया में कई जानवर और कीड़े-किरमि अपने डंक या काटने से डराते हैं, लेकिन अमेजन की बुलेट एंट अलग ही स्तर पर है. इसका डंक इतना दर्दनाक है कि वैज्ञानिक इसे सबसे तीव्र दर्द देने वाला डंक मानते हैं. इसे देखकर आप इसकी ताकत का अंदाजा नहीं लगा सकते, लेकिन इसके छोटे शरीर में दर्द फैलाने की अद्भुत क्षमता है.

बुलेट एंट आम चींटियों की तुलना में बड़ी होती है, लगभग 1.2 इंच लंबी, लाल-काले रंग की और मजबूत जबड़ों वाली. लेकिन सबसे खतरनाक इसका डंक है. इसमें मौजूद जहर, जिसे पोनेराटॉक्सिन कहा जाता है, नसों में संकेतन को बाधित करता है और तीव्र दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और झटके पैदा करता है. जो लोग इसे झेलते हैं, वे इसे 'जलते हुए कोयले पर चलने और एड़ी में 3 इंच की कील ठोंकने' के अनुभव से जोड़ते हैं.

वैज्ञानिक और सांस्कृतिक महत्व

एन्टोमोलॉजिस्ट जस्टिन ओ. श्मिट ने बुलेट एंट को अपने श्मिट स्टिंग पेन इंडेक्स में 4.0+ रेटिंग दी है, जो सबसे अधिक श्रेणी है. हालांकि यह आम तौर पर जानलेवा नहीं होती, लेकिन एलर्जी या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकती है. अमेजन की कुछ आदिवासी संस्कृतियों में बुलेट एंट के डंक का प्रयोग पुरुषत्व और सहनशीलता साबित करने के लिए रीति-रिवाजों में किया जाता है.

मानव जीवन और शोध के लिए उपयोग

ब्राजील की सतरे-मावे जनजाति के लड़के अपने हाथों में बुलेट एंट डालकर 20 बार तक डंक झेलते हैं, जिससे उनका धैर्य और साहस परखा जाता है. वैज्ञानिक भी इस जहर का अध्ययन कर रहे हैं और इसे दर्द प्रबंधन और सूजन कम करने वाली दवाओं में संभावित उपयोग के रूप में देख रहे हैं. इस तरह बुलेट एंट न सिर्फ डरावनी है बल्कि मेडिकल शोध के लिए भी महत्वपूर्ण है.

अन्य तथ्य और सावधानी

बुलेट एंट आमतौर पर हमला नहीं करती, लेकिन जब कोई इसके आवास के करीब जाता है तो यह डंक दे सकती है. इसके डंक से गंभीर दर्द, थरथराहट, पसीना और अस्थायी लकवा जैसी स्थिति हो सकती है. इसलिए इसे देखना और प्राकृतिक आवास में रहते हुए सावधान रहना जरूरी है.