Tramadol Risk: हाल ही में BMJ Evidence-Based Medicine में प्रकाशित एक अध्ययन ने व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली दर्द निवारक दवा ट्रामाडोल की सुरक्षा और प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं. यह दवा, जो आमतौर पर दर्द से राहत के लिए दी जाती है, न केवल सीमित लाभ प्रदान करती है, बल्कि लंबे समय तक उपयोग से हृदय रोगों का जोखिम भी बढ़ा सकती है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कई मरीजों के लिए इसके जोखिम लाभों से अधिक हो सकते हैं.
अध्ययन में 19 नैदानिक परीक्षणों का विश्लेषण किया गया, जिसमें 6,506 लोगों ने हिस्सा लिया, जिनकी औसत आयु 58 वर्ष थी. इन लोगों ने फाइब्रोमायल्जिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस, तंत्रिका क्षति और कमर दर्द जैसी पुरानी बीमारियों के लिए 2 से 16 सप्ताह तक ट्रामाडोल की गोलियां लीं. नतीजों से पता चला कि दवा से दर्द में मामूली राहत मिली, जो चिकित्सकीय रूप से महत्वपूर्ण नहीं थी. गंभीर रूप से, ट्रामाडोल लेने वालों में प्लेसबो की तुलना में हृदय संबंधी समस्याओं जैसे सीने में दर्द, कोरोनरी धमनी रोग और हृदय विफलता का जोखिम दोगुना था. सामान्य हल्के दुष्प्रभावों में मतली, चक्कर, कब्ज और उनींदापन शामिल थे.
2023 में ट्रामाडोल की 16 मिलियन खुराकें दी गईं
अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, लगभग 51.6 मिलियन वयस्क पुराने दर्द से पीड़ित हैं, जिनमें से 17.1 मिलियन के लिए यह दैनिक जीवन को प्रभावित करता है. 2023 में ट्रामाडोल की 16 मिलियन खुराकें दी गईं. इसे मजबूत ओपिओइड की तुलना में सुरक्षित माना जाता था, लेकिन अब मरीजों को बेहतर विकल्प तलाशने की सलाह दी जा रही है.