History Of Yoga Day: 21 जून को 10वी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 दुनिया भर में मनाया जाएगा. इस दिन का मोटिव शारीरिक और मानसिक से लेकर योग के कई फायदों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. शब्द 'योग' संस्कृत शब्द 'युज' से आया है, जिसका अर्थ है 'जोड़ना' या 'एकजुट' करना होता है. योग मन और शरीर, विचारों और कार्यों के मिलन, संयम और संतुष्टि और मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य को दर्शाता है.
हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग को विशेष रूप से मनाने के लिए एक थीम दिया जाता है. बता दें, इस साल 2024 का थीम 'स्वयं और समाज के लिए योग' (Yoga for Self and Society) है. भले ही योग की शुरुआत का इतिहास काफी पुराना है लेकिन सितंबर 2014 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली को अपने संबोधन के दौरान अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. जिसके बाद 11 दिसंबर 2014 में UNGA ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ऐलान किया.
पिछले कुछ सालों में योग दुनिया भर में पॉपुलर हो गया है, लाखों लोग अपने स्वास्थ्य और मेंटल हेल्थ को बढ़ाने के लिए इसे अपना रहे हैं. योग केवल शारीरिक एक्सरसाइज के बारे में नहीं है बल्कि इसमें सांस लेने के एक्सरसाइज और मेडिटेशन भी शामिल है. यह न केवल तनाव, चिंता और डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है बल्कि लचीलेपन, शक्ति, संतुलन और सहनशक्ति में भी सुधार करता है.
भारत देश में कई योग गुरु हैं जिन्होंने केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को जागरूक किया है. तिरुमलाई कृष्णमाचार्य एक भारतीय योग शिक्षक थे. उन्हें आधुनिक योग के सबसे महत्वपूर्ण गुरुओं में से एक के रूप में देखा जाता है, और आसन योग के विकास पर उनके व्यापक प्रभाव के लिए अक्सर उन्हें "आधुनिक योग का जनक" कहा जाता है. इसके अलावा भारत में कई रामदेव बाबा, स्वामी शिवानंद , सध्गुरु जैसे कई प्रसिद्ध योग गुरु हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून को श्रीनगर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे. इस दौरान वह सभा को संबोधित करेंगे और एक योग सेशन में भी हिस्सा लेंगे. 10वां योग दिवस कार्यक्रम न्यूयॉर्क स्थित UN Headquarters में भी मनाया जाएगा.