Maximum temperature the Human Body can face: भारत में गर्मी का मौसम विकराल रूप ले चुका है और मौसम विभागों ने चेतावनी दी है कि इस साल गर्मी पिछले सालों के सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है. जलवायु परिवर्तन और अल नीनो जैसी घटनाओं के कारण इस साल गर्मी का प्रकोप अत्यधिक रहने की आशंका है.
लेकिन सवाल है कि मानव शरीर कितनी गर्मी सहन कर सकता है? इसका जवाब आसान नहीं है क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनमें शामिल हैं:
शरीर का तापमान: एक स्वस्थ व्यक्ति का सामान्य शरीर का तापमान लगभग 37°C होता है. लू लगने से पहले, शरीर का तापमान 41°C या उससे अधिक तक बढ़ सकता है. 41°C से अधिक तापमान लू का कारण बनता है, जो जानलेवा हो सकता है.
अवधि: कितना तापमान सहन किया जा सकता है यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि कितनी देर तक उस तापमान में रहा जाता है.
आर्द्रता: आसपास की नमी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. अधिक नमी वाले वातावरण में, शरीर ठंडा नहीं हो पाता है, जिससे गर्मी अधिक महसूस होती है.
व्यक्तिगत कारक: उम्र, स्वास्थ्य, वजन और शारीरिक गतिविधि स्तर जैसे व्यक्तिगत कारक भी अधिकतम तापमान सहन करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं.
भारत में:
उदाहरण: 2019 में, भारत में लू के कारण 1200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. 2023 में, दिल्ली में तापमान 46°C तक पहुंच गया था, जिससे कई लोगों को गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हुई थीं.
गर्मी से बचाव:
मानव शरीर की ओर से सहन किए जाने वाला अधिकतम तापमान कई कारकों पर निर्भर करता है. भारत में, 40°C से अधिक तापमान स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है. गर्मी से बचाव के लिए, पानी पीना, हल्के रंग के कपड़े पहनना, धूप से बचना, ठंडा खाना खाना और नियमित व्यायाम करना महत्वपूर्ण है.