Children's Day 2024: भारत में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर बच्चों के प्रति उनके प्रेम और उनकी सोच का प्रतीक है. पंडित नेहरू, जिन्हें बच्चे ‘चाचा नेहरू’ के नाम से भी जानते हैं. पंडित जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि बच्चे ही देश का भविष्य हैं. बच्चों को अच्छी शिक्षा और सुरक्षित माहौल देने का उद्देश्य बाल दिवस का मुख्य उद्देश्य है, ताकि बच्चे आगे चलकर समाज और राष्ट्र को बेहतर बना सकें.
दिलचस्प बात यह है कि बाल दिवस केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है. 1954 में, संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस घोषित किया था, जिसे कई देशों में इसी दिन मनाया जाता है. हालांकि, भारत ने 14 नवंबर को पंडित नेहरू के जन्मदिन के दिन ही बाल दिवस मनाने का फैसला लिया, ताकि बच्चों के प्रति उनकी निष्ठा और स्नेह का सम्मान किया जा सके.
बाल दिवस का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों और उनकी खुशियों की रक्षा करना है. इस दिन बच्चों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों और संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसके माध्यम से बाल श्रम, बच्चों पर अत्याचार और शिक्षा की कमी जैसे गंभीर मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया जाता है. यह दिन बच्चों को उनके अधिकार, शिक्षा और एक खुशहाल जीवन देने के प्रति समाज की जिम्मेदारी को भी प्रकट करता है.
पंडित नेहरू का मानना था कि बच्चों को बचपन में स्वतंत्रता, प्यार और उचित मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए. उनके अनुसार, बच्चे मासूम होते हैं और उनमें निष्ठा और सच्चाई होती है, जो बड़े लोगों को भी प्रेरित कर सकती है. नेहरू बच्चों के साथ समय बिताने में विश्वास रखते थे और उनका कहना था कि बच्चों को बिना किसी भेदभाव के सीखने और बढ़ने का पूरा हक है.
बाल दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. बच्चों को शिक्षा, बाल श्रम से सुरक्षा और एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की दिशा में कार्यरत कानून और संस्थाएं बाल अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.