Chhath Puja 2025: छठ पूजा खासकर बिहार, झारखंड और उत्तर भारत में बड़े उत्साह और आस्था के साथ मनाया जाने वाला पवित्र त्योहार है. यह सूर्य देव और छठी मैया की पूजा का विशेष पर्व है. अगर आप पहली बार छठ व्रत रख रही हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि व्रत पूर्ण रूप से सफल हो और कोई परेशानी न हो. आइए जानते हैं किन बातों का ध्यान रखें और किन चीजों से बचें.
1. साफ-सफाई का विशेष ध्यान
छठ पूजा में स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण है. घर के हर कोने की अच्छी तरह सफाई करें. रसोई, पूजा स्थल और बर्तनों को पूरी तरह साफ रखें. व्रत के दौरान इस्तेमाल होने वाले बर्तनों को अलग रखें और उन्हें केवल पूजा के लिए उपयोग करें. स्नान करके साफ कपड़े पहनें और पूजा की तैयारी करें.
2. नहाय-खाय के नियम
छठ व्रत की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. इस दिन स्नान के बाद सात्विक भोजन जैसे लौकी की सब्जी, चावल और दाल ग्रहण करें. भोजन बनाते समय नमक और मसालों का उपयोग कम करें. इस दिन से ही मन को शुद्ध और सकारात्मक रखें.
3. प्रसाद की शुद्धता
छठ पूजा में प्रसाद का विशेष महत्व है. ठेकुआ, चावल का लड्डू और फल जैसे केला, सेब आदि भगवान को चढ़ाए जाते हैं. प्रसाद बनाते समय रसोई में साफ-सफाई रखें. लहसुन, प्याज और मांसाहारी भोजन से पूरी तरह परहेज करें. प्रसाद बनाने के लिए शुद्ध घी और गुड़ का इस्तेमाल करें.
4. व्रत के नियम
छठ व्रत चार दिन का होता है, जिसमें खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य शामिल हैं. व्रत के दौरान पानी भी नहीं पिया जाता है, इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पहले दिन पर्याप्त पानी पिएं. व्रत के दौरान क्रोध, नकारात्मक विचार और गलत व्यवहार से बचें.
5. परहेज करें इन चीजों से
मांसाहार और तामसिक भोजन: व्रत के दौरान मांस, मछली, अंडा, लहसुन और प्याज से पूरी तरह दूर रहें.
गंदे बर्तन: पूजा के लिए केवल साफ और अलग रखे गए बर्तनों का उपयोग करें.
नकारात्मकता: मन को शांत और सकारात्मक रखें. गलत शब्दों या व्यवहार से बचें.
6. सूर्य पूजा का समय
संध्या और उषा अर्घ्य के लिए सही समय का ध्यान रखें. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय घाट पर जाकर अर्घ्य दें. पूजा के दौरान ध्यान और श्रद्धा बनाए रखें. इन नियमों का पालन करके आप छठ व्रत को आसानी से पूरा कर सकती हैं. यह पर्व न केवल आध्यात्मिक शांति देता है, बल्कि परिवार की सुख-समृद्धि के लिए भी विशेष माना जाता है.