Survey on Indian Sex Life: भारत में आजकल सेक्स और रिश्तों के विषय में खुलकर बातचीत हो रही है. हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण, 'Laid in India 2025' ने भारतीयों के सेक्स लाइफ के बारे में कई रोचक और चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे हैं. इस सर्वे में 10,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया, और इसके नतीजों ने भारतीयों के रिश्तों और सेक्सुअल हेल्थ पर नई जानकारी दी है.
इस सर्वे के मुताबिक, 55% भारतीय अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट नहीं हैं और वे और अधिक सेक्स चाहते हैं. यह आंकड़ा सिर्फ शादीशुदा लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि अविवाहित, जोड़े और यहां तक कि विवाहित लोग भी इस असंतोष का सामना कर रहे हैं. सर्वे के अनुसार, 59% शादीशुदा लोग भी अपनी सेक्स लाइफ को लेकर असंतुष्ट हैं. खासतौर पर महिलाएं (60%) पुरुषों (53%) से थोड़ा अधिक असंतुष्ट हैं.
सर्वे में यह भी पाया गया कि 87% भारतीयों के लिए सेक्स सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि एक भावनात्मक कनेक्शन भी है. वे चाहते हैं कि उनके साथी से उनका गहरा और मजबूत संबंध हो, ताकि सेक्स को एक पूरा अनुभव माना जा सके. इसका मतलब यह है कि शारीरिक संतुष्टि के साथ-साथ भावनात्मक जुड़ाव भी भारतीयों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
दिलचस्प बात यह है कि भारतीय अब सेक्सुअल वेलनेस उत्पादों के प्रति अधिक खुले हैं. सर्वे के अनुसार, लगभग 48% लोग सेक्स वेलनेस प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं या पहले से इसका उपयोग कर रहे हैं. यह संकेत है कि भारतीय सेक्स लाइफ को और रोमांचक और संतुष्टिपूर्ण बनाने के लिए नए रास्ते अपनाने के लिए तैयार हैं.
सर्वे में विशेषज्ञों ने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि भारतीय समाज में सेक्स के बारे में खुलकर बात करने की कमी है. मनोचिकित्सक श्रीशति सिंघल के अनुसार, भारतीय जोड़ों की सेक्स लाइफ में असंतोष का कारण समाज में व्याप्त सांस्कृतिक दवाब और परिवारों के बीच सीमित प्राइवेसी है. कई भारतीय परिवारों में संयुक्त परिवारों की परंपरा है, जिससे व्यक्तिगत समय और जगह की कमी हो जाती है और इससे रिश्तों में अंतरंगता बनाए रखना मुश्किल हो जाता है.
श्रीशति सिंघल का मानना है कि भारतीय जोड़ों की सेक्स लाइफ में सुधार लाने के लिए शिक्षा और जागरूकता का होना बेहद जरूरी है. अगर लोग अपनी सेक्सुअल इच्छाओं, फैंटेसीज और जरूरतों के बारे में खुलकर बात करें, तो रिश्तों में ताजगी और रोमांस बना रह सकता है.
आधुनिक जीवनशैली और व्यस्तता के कारण भी भारतीयों की सेक्स लाइफ प्रभावित हो रही है. भागदौड़ भरे जीवन में लोग अपने रिश्तों पर उतना ध्यान नहीं दे पाते जितना वे चाहते हैं. काम की थकान और समय की कमी के कारण सेक्स को अक्सर एक तात्कालिक तनाव कम करने के उपाय के रूप में देखा जाता है, जो लंबे समय में रिश्तों को ज्यादा मज़बूत नहीं बना पाता.
सेक्सुअल वेलनेस एक्सपर्ट भवजीत सेहगल के अनुसार, भारतीय रिश्तों में सबसे बड़ी कमी खुले संवाद की है. उनका कहना है कि यदि दोनों पार्टनर अपनी इच्छाओं और फैंटेसीज के बारे में खुलकर बात करें, तो रिश्ते और सेक्स लाइफ दोनों में सुधार हो सकता है. खासकर महिलाओं को अक्सर समाज में अपनी इच्छाओं को व्यक्त करने में कठिनाई होती है, जिससे वे अपने साथी से अपने असंतोष को नहीं जता पातीं.
भारत में रिश्तों और सेक्स लाइफ को लेकर चल रही इस क्रांति को नकारा नहीं जा सकता. भारतीय अब अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाने के लिए नए रास्ते अपनाने के लिए तैयार हैं. इससे यह साबित होता है कि हमें अपने रिश्तों को और बेहतर बनाने के लिए खुले मन से, बिना किसी झिझक के, एक-दूसरे से संवाद करना चाहिए.
सर्वे के नतीजों से यह भी पता चलता है कि भारत में रिश्तों और सेक्स लाइफ को लेकर एक नई सोच और दिशा की आवश्यकता है, और इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.