IAS Mamta Yadav: UPSC द्वारा आयोजित CSE को पास करने के लिए सालों के डेडीकेशन, कड़ी मेहनत और पेशेंस की जरूरत होती है. हालांकि, IAS ममता यादव ने भारत की सबसे मुश्किल परीक्षा एक बार नहीं बल्कि दो बार क्लियर कर दिखाया है. हरियाणा के एक छोटे से गांव बसई के रहने वाले तेज दिमाग ने सभी बाधाओं को पार कर IAS ऑफिसर बन गई है.
ममता का जन्म गरीब परिवार में हुआ था. ममता की मां हाउसवाइफ हैं जबकि पिता एक निजी कंपनी में कार्यरत थे. जैसे-जैसे वह बड़ी हुई, ममता की एक इच्छा थी कि वह अपने परिवार को पैसों की तंगी से छुटकारा और अपने माता-पिता को सर्वश्रेष्ठ जीवन देना था. दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में बलवंत राय मेहता स्कूल से ममता ने ग्रेजुएट किया था. जिसके बाद उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में दाखिला मिल गया.
खबर के अनुसार, कॉलेज खत्म होने के बाद उन्हें जॉब का ऑफर दिया गया था. लेकिन ममता ने UPSC के सपने को पूरा करने के लिए इसे छोड़ने का फैसला किया. ममता ने पूरे दिल और दिमाग से हर दिन लगातार आठ से दस घंटे तक अपनी पढ़ाई पर ध्यान दिया और जैसे-जैसे एग्जाम नजदीक आती रही वह हर दिन दस से बारह घंटे पढ़ाई करने लगी थी.
ममता यादव की सारी मेहनत रंग लाई और उन्होंने 2019 में अपने पहले अटेम्प्ट में AIR-556 हासिल किया. हालांकि, ममता अपनी रैंक से बहुत खुश नहीं थीं और उन्होंने 2020 में एक और कोशिश करने का फैसला किया. इस बार, उन्होंने सीधे AIR-556 से छलांग लगाई और AIR-05 पर पहुंची और साबित कर दिया कि कुछ भी असंभव नहीं है. जब एक बार ममता से सफलता के राज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है जिसे आप हासिल नहीं कर सकते. आपको केवल सही दिशा में कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.”