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आधे घंटे पहले दी OMR शीट, सेंटर की बत्ती गुल, निरीक्षक ने धमकाया, RPSC परीक्षा में खामियों की अभ्यर्थियों ने दर्ज की शिकायत

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की लेक्चरर और कोच भर्ती परीक्षा के पहले दिन झुंझुनूं जिले के सीतसर स्थित टैगोर स्कूल परीक्षा केंद्र पर प्रशासन की लचर व्यवस्था ने परीक्षार्थियों को परेशानी में डाल दिया.

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Edited By: Garima Singh
RPSC lecture recruitment exam 2025
Courtesy: X

RPSC Lecturer Exam 2025: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की लेक्चरर और कोच भर्ती परीक्षा के पहले दिन झुंझुनूं जिले के सीतसर स्थित टैगोर स्कूल परीक्षा केंद्र पर प्रशासन की लचर व्यवस्था ने परीक्षार्थियों को परेशानी में डाल दिया. निर्धारित समय से पहले OMR शीट भरवाने, बुनियादी सुविधाओं के अभाव और स्टाफ के अमर्यादित व्यवहार ने छात्रों में आक्रोश पैदा कर दिया. नाराज परीक्षार्थियों ने झुंझुनूं के SDM को बुलाकर लिखित शिकायत दर्ज की.

परीक्षा का आधिकारिक समय सुबह 10 बजे से 11:30 बजे तक निर्धारित था, लेकिन सिंगनोर निवासी विजेंद्र खेदड़ सहित कई परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्हें सुबह 11 बजे ही OMR शीट भरने के लिए मजबूर किया गया. ड्यूटी पर तैनात शिक्षक ने दबाव बनाते हुए कहा, "केवल 10 मिनट का समय है, जल्दी शीट भर लो." इस जल्दबाजी में कई छात्र प्रश्न ठीक से पढ़ नहीं पाए, जिसके कारण गलत उत्तर भरने की शिकायतें सामने आईं. इसके बाद छात्रों को आधे घंटे तक बिना किसी सूचना के बिठाए रखा गया. समय को लेकर आपत्ति जताने पर स्टाफ ने जवाब दिया, "ये ऊपर से आर्डर है."

बुनियादी सुविधाओं का अभाव

परीक्षा केंद्र पर हालात और भी बदतर थे. टैगोर स्कूल में न तो दीवार पर घड़ी थी और न ही कक्षाओं में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था. अंधेरे में उत्तर भरने को मजबूर छात्रों ने खुद बल्ब लगवाने की मांग की. एक परीक्षार्थी ने बताया, "हमें खुद कहकर बल्ब लगवाना पड़ा, तब जाकर कुछ दिखाई दिया." बुनियादी सुविधाओं की कमी ने परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए.

स्टाफ का अमर्यादित व्यवहार

परीक्षा केंद्र पर मौजूद ड्यूटी स्टाफ का व्यवहार भी आपत्तिजनक रहा. जब छात्रों ने समय और व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए, तो स्टाफ ने धमकी भरे लहजे में कहा, "आप क्या कर लोगे? दो-चार को सस्पेंड करवा दोगे? RPSC खुद तुम पर कार्रवाई करेगा." एक अन्य छात्र ने बताया, "स्टाफ ने ताना मारा- आते ही इतने सवाल, और क्या कर लोगे?" इस तरह के व्यवहार ने छात्रों का मनोबल तोड़ने का काम किया.

SDM ने लिया संज्ञान, जांच के आदेश

घटना की सूचना मिलते ही झुंझुनूं के SDM हवासिंह यादव तुरंत टैगोर स्कूल पहुंचे.  उन्होंने कहा कि, "SDM साहब ने फोन पर सूचना दी थी कि सीतसर केंद्र पर परीक्षा से जुडी शिकायत आई है. मैंने मौके पर जाकर छात्रों से बात की." छात्रों ने लिखित शिकायत में बताया कि उन्हें समय से पहले OMR भरवाने के लिए मजबूर किया गया और बाद में आधे घंटे तक बिठाए रखा गया. SDM ने शिकायत को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय कुमार आर्य को अग्रेषित कर दिया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पहले दिन से ही अव्यवस्था का आलम

RPSC की यह परीक्षा 23 जून से 28 जून तक दो पारियों में आयोजित हो रही है. पहले दिन झुंझुनूं जिले में 61 केंद्रों पर परीक्षा हुई, जिसमें सुबह की पाली में 15,310 और दोपहर की पाली में 4,994 परीक्षार्थी शामिल थे. सुबह सामान्य ज्ञान और दोपहर में हिंदी विषय की परीक्षा आयोजित की गई. पहले दिन की इस अव्यवस्था ने RPSC की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.