Mpox की पहली वैक्सीन को WHO ने दी मंजूरी, अब अफ्रीका से मंकीपॉक्स की होगी छुट्टी!

WHO approves the first vaccine for mpox: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्ससे जुड़ी पहली वैक्सीन जिनेओस को मंजूरी दे दी है. इस वैक्सीन को 18 साल से ऊपर के लोगों पर लगाने की मंजूरी दी गई है. WHO की मंजूरी मिलने से अब इसे टीके की मदद से कई अफ्रीकी देशों में महामारी की तरह फैल रहे मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी.

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WHO approves the first vaccine for mpox: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपाक्स के पहली वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. WHO से बवेरियन नॉर्डिक के टीके जिनेओस को मंजूरी मिलने से अब इसका इस्तेमाल अफ्रीकी देशों में किया जा सकता है. अब इस टीके की मदद से अफ्रीका के कई देशों में फैले एमपॉक्स को खत्म करने में असरदार साबित होगा. इस वैक्सीन को अमेरिका में जिनेओस के नाम से जाना जाता है. 

बवेरियन नॉर्डिक ए/एस द्वारा वैक्सीन की प्री-क्वालिफिकेशन का मतलब है कि GAVI, वैक्सीन एलायंस और यूनिसेफ जैसे दानकर्ता इसे खरीद सकते हैं. लेकिन आपूर्ति सीमित है क्योंकि इसका निर्माता केवल एक ही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन जापान के केएम बायोलॉजिक्स द्वारा बनाए गए एक अन्य टीके, एलसी16 की भी समीक्षा कर रहा है.

18 साल से ऊपर वालों को 2 डोज देने की मंजूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन की अनुमति के तहत, यह टीका 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को दो डोज में दिया जा सकता है. अभी इस वैक्सीन का इस्तेमाल 18 वर्ष से नीचे वाले लोगों पर नहीं किया जाएगा. इसका उपयोग शिशुओं, बच्चों और किशोरों में प्रकोप वाले क्षेत्रों में किया जा सकता है जहां टीकाकरण के लाभ संभावित जोखिमों से अधिक हैं.

संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख ने अन्य प्रतिक्रिया उपायों के साथ-साथ, जहां इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है, वहाँ वैक्सीन पहुँचाने के लिए खरीद, दान और रोलआउट को तत्काल बढ़ाने का आह्वान किया.

मंकीपॉक्स से बच्चों की मृत्यु दर 85 फीसदी

अफ्रीका रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अधिकारियों ने पिछले महीने कहा था कि एमपॉक्स से सबसे अधिक प्रभावित देश कांगो में लगभग 70 प्रतिशत मामले 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में हैं, जिनकी मृत्यु का 85 प्रतिशत हिस्सा भी है.

अब तक कई लोगो की हो चुकी है मौत

गुरुवार को, अफ्रीका सेंटर फॉर डिसीसी एंड कंट्रोल ने कहा कि पिछले सप्ताह मंकीपॉक्स से 107 नई मौतें और 3,160 नए मामले दर्ज किए गए थे. एमपॉक्स, चेचक के समान वायरस के परिवार से संबंधित है, लेकिन बुखार, ठंड लगना और शरीर में दर्द जैसे हल्के लक्षण पैदा करता है. अधिक गंभीर मामलों वाले लोगों के चेहरे, हाथ, छाती और जननांगों पर घाव हो सकते हैं.

WHO ने कहा कि दो साल पहले मंकीपॉक्स का प्रकोप शुरू होने के बाद से 120 से अधिक देशों में एमपॉक्स के 103,000 से अधिक मामलों की पुष्टि की है. रविवार तक के आंकड़ों से पता चला है कि अफ्रीका के एक दर्जन से अधिक देशों में 723 लोग इस बीमारी से मर चुके हैं.