Asim Munir US Visit: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को अमेरिका की सैन्य परेड में बुलाए जाने की खबरों पर अमेरिकी व्हाइट हाउस ने बड़ा बयान जारी किया है. उन्होंने इन रिपोर्ट्स को 'झूठा' करार देते हुए स्पष्ट किया कि 'किसी भी विदेशी सैन्य नेता को आमंत्रित नहीं किया गया है.'
जनरल असीम मुनीर को अमेरिकी सैन्य परेड में आमंत्रित किए जाने की खबरें सामने आते ही भारत की राजनीति में हलचल मच गई. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे भारत के लिए कूटनीतिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से एक बड़ा झटका बताया है.
'रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना प्रमुख को वाशिंगटन डीसी में 14 जून को आयोजित US आर्मी डे के अवसर पर आमंत्रित किया गया है. यह खबर भारत के लिए कूटनीतिक झटका है. यह वही व्यक्ति है जिसने पहलगाम आतंकी हमले से ठीक पहले उकसावे वाली भाषा का इस्तेमाल किया था. सवाल उठता है कि अमेरिका की मंशा क्या है?'
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति द्वेष के चलते झूठी खबरों को हवा दी.'
BJP IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने लिखा, 'जयराम रमेश ने झूठी खबरों को बढ़ावा देकर न केवल प्रधानमंत्री पर हमला किया, बल्कि भारत की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए. यह पाकिस्तान के हितों को आगे बढ़ाने जैसा है.'
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में रविवार को अमेरिका की सेना की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया गया. यह परेड 14 जून 1775 को अमेरिकी सेना की स्थापना के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी. इस दिन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 79वां जन्मदिन भी है, और वे इस परेड में सलामी लेंगे.
इस परेड में हजारों सैनिक, टैंक, हेलीकॉप्टर, पैराजंपर्स और एयरफोर्स के फ्लाईओवर शामिल होंगे. अमेरिका में इस तरह के परेड आमतौर पर नहीं होते. पिछली बार ऐसा आयोजन 1991 में ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म की जीत के बाद हुआ था.