Fart Spray: अमेरिका के वेस्ट फ्लोरेंस हाई स्कूल में एक शिक्षण सहायक, अलेक्जेंडर लुईस (32), को फार्ट स्प्रे के इस्तेमाल के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस स्प्रे ने स्कूल में बदबू फैलाई, जिससे छात्रों को सांस की तकलीफ हुई और स्कूल के एयर कंडीशनिंग सिस्टम को 49 लाख रुपये का नुकसान हुआ. यह घटना अगस्त 25 से सितंबर 19 के बीच कई बार हुई, जिसने स्कूल का माहौल बिगाड़ दिया.
क्या कोई मजाक इतना खतरनाक हो सकता है कि वह स्कूल को बंद करने की नौबत ला दे? अमेरिका के फ्लोरेंस शहर में वेस्ट फ्लोरेंस हाई स्कूल में ऐसा ही हुआ जब स्कूल के शिक्षण सहायक ने फार्ट स्प्रे का इस्तेमाल कर पूरे स्कूल में बदबू फैला दी.
स्कूल में छिड़का मल की गंध वाला स्प्रे
लुईस ने कथित तौर पर इंटरनेट से खरीदे गए एक स्प्रे का इस्तेमाल किया, जिसकी गंध बिलकुल मल की तरह थी. इस स्प्रे को कई बार छिड़कने से स्कूल में असहनीय बदबू फैली. छात्रों ने सांस लेने में तकलीफ और खांसी की शिकायत की. कई छात्रों ने घर पर रहना शुरू कर दिया, क्योंकि बदबू ने कक्षाओं में पढ़ाई को मुश्किल कर दिया था. इस घटना ने स्कूल के सामान्य कामकाज को बाधित किया और अभिभावकों में भी चिंता पैदा की.
स्कूल का एयर कंडीशनर सिस्टम हुआ खराब
जब छात्रों ने बदबू की शिकायत की, तो स्कूल प्रशासन ने गैस और प्रोपेन लाइनों की जांच की और हवा की गुणवत्ता का परीक्षण किया. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. आखिरकार, जांच में पाया गया कि स्कूल की एयर कंडीशनिंग प्रणाली को स्प्रे से नुकसान पहुंचा, जिसकी मरम्मत में 47.8 लाख रुपये से अधिक का खर्च आया. इस नुकसान ने स्कूल के बजट पर भारी बोझ डाला.
आरोपी लुईस गिरफ्तार
फ्लोरेंस काउंटी शेरिफ कार्यालय ने लुईस को स्कूल में व्यवधान पैदा करने और 10,000 डॉलर से अधिक की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि लुईस की पहचान कैसे हुई, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि जांच जारी है और अतिरिक्त आरोप लग सकते हैं. लुईस को गैर-छात्र के रूप में स्कूल में व्यवधान पैदा करने का दोषी ठहराया गया है.
छात्रों और अभिभावकों की चिंता
छात्रों ने बताया कि बदबू इतनी तीव्र थी कि शिक्षक भी अपनी नाक और मुंह ढक रहे थे. एक छात्र ने कहा, “हर बार जब मैं अपनी दूसरी कक्षा में जाता, तो सीढ़ियों पर बदबू से खांसी होने लगती थी.” अभिभावकों ने अपने बच्चों की सेहत को लेकर चिंता जताई. इस घटना ने स्कूल के माहौल को असहज कर दिया और कई परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ा.