Black Man Death In Ohia: अमेरिका के ओहियो में एक पुलिसकर्मी पर गंभीर आरोप लगा है. आरोप है कि पुलिस ने एक अश्वेत व्यक्ति को जमीन पर गिराकर उस पर काबू पाने की कोशिश की जिसमें उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद पुलिस की ओर से एक फुटेज जारी किया गया है जिसमें देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी फ्रैंक टायसन नामक एक शख्स को हिरासत में ले रहा होता है. मृतक पर आरोप है कि उसकी बार से एक हादसा हुआ था और एक्सीडेंट के बाद वह घटनास्थल से भाग गया था.
ओहियो पुलिस की ओर से 36 सेकेंड का एक फुटेज जारी किया गया है. फुटेज में देखा जा सकता है कि पेट्रोलिंग ऑफिसर एक कार के पास आता है, यह कार बिजली के खंभे से टकराकर हादसे का शिकार हो जाता है और फिर आरोपी वहां से भाग जाता है. इस घटना के बाद पुलिस को जानकारी मिलती है कि आरोपी ड्राइवर सराय इलाके में छिपा हुआ है. जानकारी मिलने के बाद पुलिस सराय स्थित एक बार में दबिश डालती है. इसके बाद पुलिस जैसे ही टायसन को पकड़ने की कोशिश करती है वह चिल्लाने लगता है कि वे मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं, शेरिफ को बुलाओ.
टायसन को पकड़ने के बाद उस पर पूरा तरह से काबू पाने के लिए पुलिसकर्मी उसे जमीन पर गिरा देते हैं और हाथों में हथकड़ी लगा देते हैं. इस दौरान टायसन कहता है कि वह सांस नहीं ले पा रहा है. वह अपनी अपनी गर्दन नहीं घुमा पा रहा. इसके जवाब में एक पुलिसकर्मी चिल्लाते हुए कहता है कि शांत हो जाओ, तुम ठीक हो. इसके कुछ समय बाद ही टायसन के बॉडी में मूवमेंट बंद हो जाती है. इसके बाद पुलिस को यह कहते हुए सुना जाता है कि क्या वह सांस ले रहा है? क्या उसका पल्स चल रहा है?. इसके बाद पुलिस कर्मी उनका हथकड़ी खोलता है और उसे सीपीआर देता है. आनन-फानन में उसे फिर अस्पताल ले जाया जाता है जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस घटना के बाद जॉर्ज फ्लॉयड की मौत की याद ताजी हो जाती है. बता दें कि करीब चार साल पहले मिनियापोलिस में पुलिस ने जॉर्ज को इसी तरह अपनी जान गंवानी पड़ी थी. जानकारी के अनुसार एक श्वेत पुलिस अधिकारी को नौ मिनट से अधिक समय तक जॉर्ज के गर्दन पर घुटने टेककर बैठा रहा था. उस दौरान जॉर्ज को भी यह कहते हुए सुना गया था कि वह सांस नहीं ले पा रहा है. इस घटना से संबंधित वीडियो सामने आने के बाद अमेरिका में श्वेत बनाम अश्वेत की बहस छिड़ गई थी और देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए थे. इस मामले में कोर्ट ने चार पुलिस कर्मियों को दोषी ठहराया गया था.