नई दिल्ली: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैरेबियन सागर में अमेरिकी नौसेना की सबसे बड़ी ताकत 'यूएसएस जेराल्ड फोर्ड' एयरक्राफ्ट कैरियर की तैनाती का आदेश दिया है. इसके साथ ही 5000 सैनिक और 75 फाइटर जेट भी इस मिशन का हिस्सा बनाए गए हैं. विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम वेनेजुएला पर सैन्य दबाव बनाने की एक बड़ी रणनीति है और इससे लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है.
पेंटागन के मुताबिक, यह तैनाती अमेरिका के 'एंटी-नारकोटिक्स ऑपरेशन' का हिस्सा है, लेकिन विशेषज्ञ इसे मादुरो सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के रूप में देख रहे हैं. अमेरिका लंबे समय से वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर ड्रग तस्करों को शरण देने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने के आरोप लगाता रहा है.
पेंटागन प्रवक्ता सीन पर्नेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि यूएस साउथकॉम क्षेत्र में बढ़ी हुई अमेरिकी उपस्थिति से अवैध गतिविधियों का पता लगाने और उन्हें खत्म करने की हमारी क्षमता बढ़ेगी. हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि एयरक्राफ्ट कैरियर लैटिन अमेरिका कब पहुंचेगा. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले तक 'यूएसएस जेराल्ड फोर्ड' जिब्राल्टर की खाड़ी से यूरोप की ओर बढ़ रहा था.
STATEMENT:
— Sean Parnell (@SeanParnellASW) October 24, 2025
In support of the President’s directive to dismantle Transnational Criminal Organizations (TCOs) and counter narco-terrorism in defense of the Homeland, the Secretary of War has directed the Gerald R. Ford Carrier Strike Group and embarked carrier air wing to the U.S.…
'यूएसएस जेराल्ड फोर्ड' दुनिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर है, जिसमें 5000 से अधिक नाविक और 75 फाइटर जेट तैनात हैं. इसे 2017 में अमेरिकी नौसेना में शामिल किया गया था. इस साल सितंबर से अमेरिकी सेना ने कैरेबियन सागर में कथित ड्रग जहाजों पर 10 से अधिक हवाई हमले किए हैं जिनमें करीब 40 लोगों की मौत हुई है. पेंटागन ने यह स्वीकार किया है कि मारे गए कुछ लोग वेनेजुएला के नागरिक थे.
वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें सत्ता से हटाने की साजिश कर रहा है. वहीं, वॉशिंगटन ने हाल ही में मादुरो की गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने पर इनाम को बढ़ाकर 5 करोड़ डॉलर कर दिया था. अमेरिका का दावा है कि मादुरो का संबंध ड्रग कार्टेल और आपराधिक गिरोहों से है, जिसे मादुरो ने सिरे से खारिज कर दिया है.
इस बीच, ट्रंप प्रशासन के कोलंबिया के साथ रिश्ते भी तनावपूर्ण हो गए हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में कोलंबियाई राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो को 'ड्रग लीडर' कह दिया था, जिस पर बोगोटा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका की यह सैन्य कार्रवाई पूरे लैटिन अमेरिका में अस्थिरता पैदा कर सकती है.