अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को घोषणा की कि चीन ने एक नए व्यापार समझौते के तहत अमेरिका को दुर्लभ खनिज (Rare Earth Elements) पहले से आपूर्ति करने पर सहमति जताई है. ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर अमेरिका-चीन संबंधों को "उत्कृष्ट" बताया और कहा, "हमें 55% टैरिफ मिल रहे हैं, जबकि चीन को 10%." उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस समझौते में चीन पूर्ण मैग्नेट और सभी आवश्यक दुर्लभ खनिज पहले प्रदान करेगा, जबकि अमेरिका कुछ रियायतें देगा, जैसे चीनी छात्रों को अमेरिकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई की अनुमति. यह समझौता अभी ट्रम्प और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहा है.
लंदन में हुई हाई-लेवल मीटिंग में बनी बात
⚡️ Trump says China trade deal CLOSED
— RT (@RT_com) June 11, 2025
Awaiting final approval from him and XI pic.twitter.com/qBNqBMr1ja
दुर्लभ खनिजों पर चीन का वर्चस्व
चीन के दुर्लभ खनिजों के निर्यात प्रतिबंधों ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि ये खनिज रक्षा और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण हैं. चीन वैश्विक स्तर पर 60% कच्चा उत्पादन और 90% प्रसंस्करण नियंत्रित करता है, जिससे वह इन संसाधनों का केंद्रीय खिलाड़ी है. अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि चीन का इन संसाधनों पर नियंत्रण दीर्घकालिक रणनीतिक जोखिम पैदा करता है, खासकर जब वैश्विक अर्थव्यवस्था नवीकरणीय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर बढ़ रही है.
समझौते की उम्मीद
ल्यूटनिक ने जोर देकर कहा कि लंदन में चीन के साथ तैयार व्यापार ढांचा दुर्लभ खनिजों और मैग्नेट पर प्रतिबंधों को हल करने की दिशा में पहला कदम है. उन्होंने बताया कि यह ढांचा ट्रम्प की मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा, और उम्मीद है कि यह समझौता सफलतापूर्वक लागू होगा. ट्रम्प और शी जिनपिंग के बीच उच्च-स्तरीय बातचीत ने इस परिणाम को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.