Israel Hamas War: गाजा में सीजफायर को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC में सोमवार को प्रस्ताव पारित हो गया है. अंतरराष्ट्रीय दवाब के कारण अमेरिका ने इस प्रस्ताव से दूरी बनाए रखी और मतदान में हिस्सा नहीं लिया. यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि इस प्रस्ताव को जल्द ही गाजा में लागू किया जाना चाहिए. प्रस्ताव सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की भी मांग करता है.
The Security Council just approved a long-awaited resolution on Gaza, demanding an immediate ceasefire, and the immediate and unconditional release of all hostages.
— António Guterres (@antonioguterres) March 25, 2024
This resolution must be implemented. Failure would be unforgivable.
सुरक्षा परिषद से पारित प्रस्ताव में सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और युद्धविराम की मांग की गई है. सुरक्षा परिषद के चार स्थायी सदस्य देश और 10 अस्थायी सदस्य देशों ने प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया. अमेरिका द्वारा वोटिंग से दूर रहने के कारण यह प्रस्ताव पारित होने में सफल रहा. इससे पहले अमेरिका अपने पारंपरिक सहयोगी इजरायल के समर्थन में सुरक्षा परिषद में पेश किए गए प्रस्तावों पर वीटो कर देता था.
अमेरिका इससे पहले गाजा पट्टी में महीनों से जारी जंग में युद्धविराम शब्द के खिलाफ था. वॉशिंगटन ने गाजा में सीजफायर को लेकर अन्य देशों द्वारा पेश किए गए प्रस्तावों पर वीटो शक्ति का इस्तेमाल कर इजरायल का समर्थन किया था.
इजरायली हमलों में लगातार फिलिस्तीनियों की मौत के कारण अमेरिका के ऊपर संघर्ष विराम का वैश्विक दबाव बन रहा था. सोमवार को गाजा में संघर्ष विराम में पेश हुए सीजफायर प्रस्ताव पर इसी वजह से अमेरिका ने दूरी बनाई और रमजान महीने में तत्काल युद्धविराम वाले प्रस्ताव पर मतदान से परहेज किया.