Ukraine Russia Drone Attack: यूक्रेन ने रूस के तेल डिपो पर एक साथ बरसाए 100 ड्रोन, वीडियो में तबाही का खौफनाक मंजर

यूक्रेन ने रूस के सोची शहर में तेल डिपो पर 100 से अधिक ड्रोन से हमला किया, जिससे भारी आग लग गई. रूस ने दावा किया कि 93 ड्रोन नष्ट कर दिए गए. हमले के कारण सोची हवाई अड्डा बंद कर दिया गया है. रूस ने यूक्रेन पर नागरिकों को भी निशाना बनाने का आरोप लगाया है.

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Km Jaya

Ukraine Russia Drone Attack: रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है. रविवार को यूक्रेन ने रूस के सोची शहर में स्थित एक बड़े तेल डिपो पर भीषण ड्रोन हमला किया, जिससे शहर में भारी आग लग गई और पूरा इलाका धुएं से घिर गया. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका समेत कई वैश्विक शक्तियां दोनों देशों के बीच संघर्ष रोकने के प्रयास कर रही हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले के बाद पूरे शहर में अफरातफरी मच गई. आग बुझाने के लिए 120 से अधिक फायर ब्रिगेड कर्मियों को लगाया गया है. सोची के गवर्नर वेनामिन कोंद्रायेव ने इस हमले की पुष्टि की और बताया कि एक 70,000 क्यूबिक फीट क्षमता वाले फ्यूल टैंक में आग लगी है, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका जताई जा रही है.

देखें वीडियो

 

सभी उड़ानें अस्थायी रूप से रद्द 

इस हमले के बाद सोची हवाई अड्डे पर सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यूक्रेन ने एक साथ 100 से अधिक ड्रोन हमले के लिए भेजे, जिनमें से 93 ड्रोन रूस की एयर डिफेंस यूनिटों ने नष्ट कर दिए. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 60 से अधिक ड्रोन उस क्षेत्र में गिराए गए, जो सीधे तेल डिपो की ओर बढ़ रहे थे.

नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप 

हालांकि रूस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने ड्रोन वास्तव में टारगेट तक पहुंचे और कितना नुकसान हुआ. दूसरी ओर, यूक्रेन की ओर से इस हमले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. रूस ने हाल ही में यूक्रेन पर नागरिकों को निशाना बनाने के आरोप लगाए हैं. रूसी विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि पिछले एक हफ्ते में यूक्रेनी हमलों में 7 लोग मारे गए हैं और 120 से अधिक घायल हुए हैं, जिनमें 11 नाबालिग भी शामिल हैं. स्मोरोडिनो गांव में एक ड्रोन हमले में एक महिला की मौत की भी पुष्टि हुई है.

वैश्विक मंच पर युद्ध को लेकर चिंताएं 

इसके बाद से एक बार फिर से वैश्विक मंच पर युद्ध को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध अब सिर्फ सीमा विवाद नहीं, बल्कि आर्थिक और ऊर्जा संसाधनों को निशाना बनाकर चल रहा संघर्ष बन गया है. तेल डिपो जैसे रणनीतिक ठिकानों पर हमले से रूस की ऊर्जा आपूर्ति और व्यापार को बड़ा झटका देने की कोशिश की जा रही है.