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India Daily

अमेरिका का नया नियम, क्या आपको भी है डायबटीज और हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियां, अब वीजा पाने से रह जाएंगे वंचित?

ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में प्रवेश के इच्छुक विदेशी नागरिकों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. अब मधुमेह, हृदय रोग और अन्य दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को वीज़ा और ग्रीन कार्ड मिलने से इनकार किया जा सकता है.

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Edited By: Reepu Kumari
Trump Administration Tightens us Visa Rules
Courtesy: GEMINI

ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में स्थायी या अस्थायी रूप से रहने वाले विदेशी नागरिकों के लिए नए सख्त नियम लागू कर दिए हैं. इसके तहत मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर और अन्य दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले आवेदकों को वीजा या ग्रीन कार्ड मिलने से रोका जा सकता है. विदेश विभाग ने सार्वजनिक भार की परिभाषा को विस्तारित किया है, ताकि संभावित वित्तीय बोझ डालने वाले लोगों को प्रवेश न मिले. नए नियमों में मोटापा, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, तंत्रिका और चयाप्रणाली संबंधी बीमारियां शामिल हैं.

वीजा अधिकारी अब यह तय करेंगे कि आवेदक दीर्घकालिक चिकित्सा खर्च का सामना करने में सक्षम है या नहीं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह नीति वृद्ध और पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए प्रवेश कठिन बना सकती है.

नए दिशानिर्देश

ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी नए दिशानिर्देशों के अनुसार, अब अमेरिका में प्रवास करने के इच्छुक विदेशी नागरिकों को मधुमेह और हृदय रोग जैसी पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं के आधार पर वीज़ा और ग्रीन कार्ड देने से मना किया जा सकता है. यह निर्देश, जो संभावित सार्वजनिक भार माने जाने वाले लोगों के मानदंडों को काफी हद तक विस्तृत करता है, विदेश विभाग द्वारा दुनिया भर के अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों को भेजा गया है.

बायोमेट्रिक कार्रवाई

विदेश विभाग द्वारा वीजा अधिकारियों को भेजे गए एक केबल में उन्हें उन आवेदकों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है जिनकी चिकित्सा स्थितियों के लिए लाखों डॉलर के खर्च की आवश्यकता हो सकती है. उल्लिखित स्थितियों की सूची में हृदय रोग, श्वसन रोग, कैंसर, मधुमेह, चयापचय संबंधी रोग, तंत्रिका संबंधी रोग और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी स्थितियां शामिल हैं, लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं हैं.

इस दिशानिर्देश में अधिकारियों को विशेष रूप से मोटापे जैसी स्थितियों पर भी विचार करने की सलाह दी गई है, क्योंकि यह अस्थमा, स्लीप एपनिया और उच्च रक्तचाप जैसी महंगी जटिलताओं का कारण बन सकता है.

80,000 से ज्यादा गैर-आप्रवासी पर असर

इस साल 80,000 से ज़्यादा गैर-आप्रवासी वीजा छीने गए. यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि यह निर्देश पर्यटक और छात्र वीजा पर लागू होता है या नहीं. हालांकि यह तकनीकी रूप से सभी वीजा आवेदकों पर लागू होता है, जिनमें पर्यटन (बी-1/बी-2) और अध्ययन (एफ1) के लिए गैर-आप्रवासी वीजा चाहने वाले भी शामिल हैं, लेकिन उम्मीद है कि इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से उन लोगों के लिए किया जाएगा जो अमेरिका में स्थायी रूप से रहना चाहते हैं.