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India Daily

पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश का कहर, 63 की मौत, पंजाब में आपातकाल घोषित

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने पहले ही देशभर में 17 जुलाई तक तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी थी.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Torrential rain wreaks havoc in Pakistan 63 dead

पंजाब प्रांत में गुरुवार को भारी मॉनसून बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचाई, जिसमें पिछले 24 घंटों में कम से कम 63 लोगों की जान चली गई. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बचाव अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने कई जिलों में आपातकाल की घोषणा की है.

भारी बारिश और बाढ़ का कहर

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने पहले ही देशभर में 17 जुलाई तक तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी थी. वासा के महानिदेशक ताय्यब फरीद ने डॉन को बताया, “रावलपिंडी, चकवाल और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं.” जिससे व्यापक बाढ़ आई है.

पंजाब प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि बारिश से संबंधित घटनाओं में 63 लोगों की मौत और 290 लोग घायल हुए. उन्होंने कहा, “लाहौर में 15, फैसलाबाद में 9, साहिवाल में 5, पाकपट्टन में 3 और ओकारा में 9 लोगों की मौत हुई.”

सरकार की प्रतिक्रिया

पंजाब की मुख्यमंत्री मरयम नवाज ने X पर लिखा, “असामान्य मूसलाधार बारिश और बाढ़ की स्थिति के कारण पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश आपातकाल लागू किया गया है.” उन्होंने सायरन और घोषणाओं के माध्यम से जनता को सतर्क करने के निर्देश दिए और सुरक्षा उपायों के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की. PDMA ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की.

बचाव और राहत कार्य

PDMA के महानिदेशक इरफान अली काठिया ने लाह नाला के पास निचले इलाकों के निवासियों से निकासी में सहयोग करने की अपील की. डॉन के हवाले से रेस्क्यू पंजाब के प्रवक्ता फारूक अहमद ने बताया कि झेलम जिले के कई गांवों, जैसे ढोक बदर, ढोक शाह आरिफ, सोहावा, रसूलपुर, चक मुहम्मद और भामपर में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है. “पाकिस्तान सेना और बचाव दल नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं,” अहमद ने कहा, और अब तक 57 लोगों को बचाया जा चुका है, जिसमें 50 से अधिक नावें तैनात हैं.

चकवाल में बादल फटने से तबाही

डॉन के अनुसार, चकवाल जिले में 10 घंटों में 400 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई. PDMA ने जिला प्रशासन को बचाव और राहत कार्यों में समर्थन का आश्वासन दिया. काठिया ने कहा, “PDMA सभी नागरिकों के सुरक्षित निकाले जाने तक बचाव अभियान की निगरानी कर रहा है.” 

रावलपिंडी में बाढ़ आपातकाल के कारण स्थानीय अवकाश घोषित किया गया.आगे की चेतावनीराष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने अगले 24 घंटों में लाहौर, चकवाल, अटक, झेलम, खुशाब, सरगोधा, गुजरात, गुजरांवाला, फैसलाबाद, सियालकोट, नारोवाल, ओकारा, कसूर, शेखूपुरा और हाफिजाबाद में गरज-चमक के साथ और बारिश की चेतावनी दी है.