चौथी जुलाई की छुट्टियों के दौरान टेक्सास हिल कंट्री में आई विनाशकारी बाढ़ को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन इस आपदा का पूरा दायरा अब भी सामने आ रहा है. ग्वाडालूप नदी के तट टूटने के बाद कम से कम 120 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 160 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं. बचाव और पुनर्प्राप्ति कार्य जारी हैं, लेकिन राज्य और स्थानीय प्रशासन की तैयारियों और संकट के समय उनकी प्रतिक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. इस त्रासदी से जुड़े चार प्रमुख सवालों का जवाब अभी भी जरूरी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टेक्सास डिवीजन ऑफ इमरजेंसी मैनेजमेंट का दावा है कि बाढ़ से दो दिन पहले, 2 जुलाई को आपातकालीन संसाधनों को सक्रिय करना शुरू कर दिया गया था. हालांकि, अधिकारियों ने यह खुलासा नहीं किया कि ये संसाधन कहां भेजे गए या केर काउंटी जैसे सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में क्या विशेष उपाय किए गए.
क्या टेक्सास के अधिकारी पर्याप्त रूप से तैयार थे?
लेफ्टिनेंट गवर्नर डैन पैट्रिक ने कहा कि एक क्षेत्रीय समन्वयक ने स्थानीय अधिकारियों से पहले संपर्क किया था. लेकिन केरville के मेयर जो हेरिंग ने इस दावे पर संदेह जताया. उन्होंने कहा, “मैं आपके पास मौजूद जानकारी का खंडन नहीं करूंगा, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से कहूंगा कि मुझे कोई टेलीफोन कॉल नहीं मिला.”
सार्वजनिक चेतावनियों में देरी क्यों?
नेशनल वेदर सर्विस ने 5 जुलाई को तड़के 1:14 बजे फ्लैश-फ्लड चेतावनी जारी की थी, जिसे सुबह 4:03 बजे आपातकालीन स्थिति में अपग्रेड किया गया. लेकिन केर काउंटी के अधिकारियों ने सुबह 5:15 बजे तक फेसबुक के जरिए जनता को चेतावनी देना शुरू नहीं किया, जब तक बाढ़ का पानी पहले ही तबाही मचा चुका था. यह भी स्पष्ट नहीं है कि काउंटी ने कोडरेड अलर्ट सिस्टम का उपयोग किया, जो आसन्न खतरों की सूचना देने के लिए बनाया गया है. एसोसिएटेड प्रेस की समीक्षा में पाया गया कि केर काउंटी ने FEMA के वायरलेस अलर्ट सिस्टम के जरिए 6 जुलाई तक कोई आपातकालीन चेतावनी जारी नहीं की—जब सबसे बुरा दौर बीत चुका था.
कैंप मिस्टिक में क्या हुआ?
ग्वाडालूप नदी पर स्थित एक क्रिश्चियन गर्ल्स समर कैंप, कैंप मिस्टिक में बाढ़ विशेष रूप से घातक साबित हुई, जहां दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई. कैंप में 550 से अधिक बच्चे और 100 कर्मचारी दो स्थानों पर मौजूद थे. टेक्सास निरीक्षकों ने तूफान से दो दिन पहले कैंप के आपातकालीन योजनाओं को मंजूरी दी थी. लेकिन कैंप ने अपनी प्रोटोकॉल सार्वजनिक नहीं की और न ही मीडिया के सवालों का जवाब दिया. यह अभी भी अज्ञात है कि कैंप नेतृत्व ने तूफान के खतरे का आकलन कैसे किया या तड़के आए “पानी की दीवार” से पहले निकासी का कोई प्रयास हुआ या नहीं.
स्थानीय अधिकारी क्यों टाल रहे जवाबदेही?
5 जुलाई के बाद से, केर काउंटी के अधिकारी सार्वजनिक नजरों से गायब हैं. काउंटी के सर्वोच्च अधिकारी, काउंटी जज रॉब केली ने कहा, “हमें नहीं पता था कि यह बाढ़ आने वाली है.” आपातकालीन प्रबंधन समन्वयक विलियम “डब” थॉमस ने मीडिया साक्षात्कारों से इनकार कर दिया और प्रेस ब्रीफिंग में हिस्सा नहीं लिया.
शेरिफ लैरी लेइथा ने कहा कि प्राथमिकता बचाव कार्यों पर है, लेकिन भविष्य में “आफ्टर-एक्शन” समीक्षा की उम्मीद है. फिलहाल, पीड़ितों के परिवार और आम जनता को इस घातक आपदा के बिना चेतावनी के सामने आने के जवाब नहीं मिले हैं.