एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को आतंकवाद को बढ़ावा देने के संदिग्ध रिकॉर्ड को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को पनाह देने की इस्लामाबाद की रणनीति दक्षिण एशिया में अस्थिरता को बढ़ावा देती है. सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में अल्जीरिया में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए ओवैसी ने आतंकवाद में इस्लामाबाद की मिलीभगत का एक उदाहरण भी दिया और कहा कि एक आतंकवादी पाकिस्तान में आधिकारिक तौर पर कैद रहते हुए पिता बन गया.
जेल में बैठे-बैठे ही बाप बना आतंकी-ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि ज़कीउर रहमान लखवी नाम का एक आतंकवादी है दुनिया का कोई भी देश आतंकवाद के आरोप का सामना कर रहे आतंकवादी को जेल से बाहर आने की अनुमति नहीं देगा. लेकिन लखवी जेल में बैठे-बैठे ही एक बेटे का बन गया ये कैसे हो सकता है.
पाकिस्तान पर नियंत्रण जरुरी-ओवैसी
ओवैसी ने चेतावनी दी कि यह मुद्दा अब सिर्फ़ क्षेत्रीय चिंता का विषय नहीं रह गया है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ दक्षिण एशिया का सवाल नहीं है. हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं. क्या होगा? क्या आप चाहते हैं कि यह सारा नरसंहार दक्षिण एशिया के अलग-अलग हिस्सों में फैल जाए. आतंकवाद के मुख्य प्रायोजक पाकिस्तान पर नियंत्रण करना विश्व शांति के लिए जरूरी है. इसे FATF की ग्रे लिस्ट में वापस लाना होगा. उन्होंने कहा, एक बार जब आप पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में आएगा तो हम भारत में आतंकवाद में कमी देखेंगे.
आतंकवाद की जड़ों के बारे में बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद दो चीजों पर जीवित रहता है: विचारधारा और पैसा. विचारधारा, आप अच्छी तरह से जानते हैं आपने काला दशक देखा है, यहां तक कि दक्षिण अल्जीरिया में भी आपके पास अभी भी कुछ समस्याएं हैं. उस बिंदु पर हम एक साथ हैं.
ओवैसी ने भारत और अल्जीरिया के बीच बढ़ते संबंधों की ओर इशारा करते हुए कहा, हमने (भारत और अल्जीरिया ने) नवंबर (2024) में एक रक्षा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. मुझे यकीन है कि इससे समझ बढ़ेगी और हमारे रिश्ते मजबूत होंगे. हमारे प्रधानमंत्री बहुत जल्द अल्जीरिया आएंगे. उम्मीद है कि अल्जीरिया के राष्ट्रपति भारत आएंगे.