Taliban Rule on Afghan Women: अफगानिस्तान में कट्टर इस्लामिक विचारधारा वाले संगठन तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद महिलाओं पर अत्याचार और क्रूरता के मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. यूएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान अफगानी महिलाओं, कुंवारी लड़कियों के काम, यात्रा और स्वास्थ्य देखभाल जैसे प्रमुख मुद्दों तक उनकी पहुंच को सीमित कर रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, तालिबानी अधिकारी ने एक महिला को सलाह दी कि यदि वह स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी नौकरी बरकरार रखना चाहती है तो उसे शादी कर लेनी चाहिए. साथ ही यह भी कहा कि बगैर शादी के किसी प्रकार की नौकरी करना महिलाओं के लिए अनुचित काम है.
सत्ता वापसी में उदार शासन का दावा करने वाले तालिबान ने सत्ता में वापसी के बाद अपने वादों को ताक पर रख कट्टर इस्लामिक विचारधारा वाले रुख को अपनाया है. अगस्त 2021 में अफगान सत्ता में वापसी के बाद तालिबान ने महिलाओं को लेकर तमाम तरह के प्रतिबंध आरोपित किए हैं. लड़कियों को कक्षा छह के बाद स्कूल जाने से भी रोक दिया गया है.
तालिबान ने ब्यूटी पार्लर को भी बंद करा दिया है. इसके अलावा महिलाओं को लेकर एक ड्रेस कोड भी जारी किया गया है. इसके तहत किसी महिला ने यदि हिजाब या स्कार्फ नहीं पहना तो उसे अरेस्ट कर लिया जाता है. यह पाबंदी उन्हीं प्रतिबंधों के समान हैं जब 1996 और 2001 में तालिबान ने अपने पिछले शासन में लागए थे.
बीते साल की एक रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में यूएन के एक मिशन ने कहा कि तालिबान उन अफगान महिलाओं के ऊपर नकेल कस रहा है जो या तो अकेली हैं या बगैर पुरूष अभिभावक के हैं. अफगानिस्तान में महिलाएं किसी पुरुष के बिना नहीं घूम सकती हैं न ही कोई यात्रा कर सकती हैं.