Russia Ukraine war: यूक्रेन युद्ध में जान गंवाने वाला कौन है मोहम्मद असफान, जानें धोखे का कैसे बना शिकार?
Russia Ukraine War: 30 साल के भारतीय नागरिक जिसे कथित तौर पर रूसी सेना में शामिल होने के लिए धोखा दिया गया था. उनकी मौत की पुष्टि हुई है. मॉस्को में भारतीय दूतावास ने हैदराबाद के मोहम्मद असफान की मौत की पुष्टि की है. यूक्रेन के खिलाफ रूस की लड़ाई के दौरान उनकी मौत हुई है.
Russia Ukraine War: यूक्रेन के खिलाफ रूस की लड़ाई में धोखे से शामिल होने वाले एक भारतीय की हत्या कर दी गई है. बीते बुधवार को मॉस्को में भारतीय दूतावास ने एक्स पोस्ट में हैदराबाद के मोहम्मद असफान की मौत की पुष्टि की है. खास बात यह है कि मौत की वजह नहीं बताया गया है और न ही यह बताया गया है कि कि वह देश में क्या कर रहा था.
दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा "हमें एक भारतीय नागरिक मोहम्मद असफान की दुखद मौत के बारे में पता चला है. हम परिवार और रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं. मिशन उनके पार्थिव शरीर को भारत भेजने का प्रयास करेगा."
सरकारी कार्यालयों में सहायक के रूप में नौकरी का वादा
बीते साल हैदराबाद का रहने वाला मोहम्मद असफान और यूपी-जम्मू-कश्मीर के दो अन्य युवक रूस पहुंचे क्योंकि एजेंटों ने उन्हें रूसी सरकारी कार्यालयों में सहायक के रूप में नौकरी देने का वादा किया था. आखिरी बार मोहम्मद असफान ने अपने परिवार से 31 दिसंबर 2023 को बात की थी. मोहम्मद असफान के भाई मोहम्मद इमरान ने अपने भाई की मौत की पुष्टि पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि जो एजेंट असफान को फंसाने में शामिल थे उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
'रूसी सेना में मददगार के रूप में भर्ती'
मोहम्मद इमरान के अनुसार एजेंटों में से एक का कार्यालय दुबई में है और बाबा व्लॉग्स नामक एक व्लॉग चलाता है और दो अन्य मुंबई से हैं. इन्होंने युवाओं से 3 लाख रुपये लिए थे. मॉस्को पहुंचने के बाद मोहम्मद असफान और दो अन्य लोगों से रूसी भाषा में एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराए गए. मोहम्मद इमरान ने दावा किया कि उन्हें रूसी सेना में मददगार के रूप में भर्ती किया गया था. जिसका उन्हें बाद में उन्हें एहसास हुआ.
'हथियार चलाने का दिया जा रहा था प्रशिक्षण'
मोहम्मद इमरान ने कहा कि मोहम्मद असफान ने भी एजेंटों से संपर्क किया था और उन्हें बताया था कि उन्हें हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है लेकिन एजेंटों ने फिर से उनसे झूठ बोला कि यह काम का एक हिस्सा है. बाद में युवाओं को रूस-यूक्रेन सीमा पर ले जाया गया. मोहम्मद इमरान ने कहा कि जब उन्होंने हाल ही में एजेंटों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि असफान का समझौता रद्द कर दिया गया है. उन्हें यह भी बताया गया कि मोहम्मद असफान घायल हो गये हैं. मोहम्मद असफान के परिवार ने उसे रूस से वापस लाने में सहायता के लिए एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया. जब AIMIM ने मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया तो अधिकारियों ने पुष्टि की कि असफान की मौत हो गई है. युवक के परिवार में उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं.