रूस-यूक्रेन युद्ध: मार-ए-लागो में ट्रंप-जेलेंस्की की मीटिंग में क्या हुआ? जानें किन-किन बातों पर बनी सहमती

मार-ए-लागो में हुई ट्रंप - जेलेंस्की बैठक में रूस यूक्रेन युद्ध खत्म करने की दिशा में बड़ी प्रगति का दावा किया गया. शांति योजना पर सहमति बढ़ी है लेकिन क्षेत्र और परमाणु संयंत्र जैसे मुद्दे अभी बाकी हैं.

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Km Jaya

नई दिल्ली: रूस यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो में अहम बैठक हुई. इस बैठक को अब तक की सबसे निर्णायक कूटनीतिक कोशिशों में से एक माना जा रहा है. दोनों नेताओं ने शांति समझौते को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया, हालांकि कई अहम मुद्दे अब भी सुलझने बाकी हैं.

बैठक के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि शांति समझौता अब बेहद करीब है. उन्होंने कहा कि बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है और जल्द ही अंतिम नतीजा सामने आ सकता है. वहीं जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन शांति के लिए पूरी तरह तैयार है और बातचीत से ठोस नतीजे निकले हैं.

क्रेमलिन ने इस बातचीत के बारे में क्या बताया?

यह बैठक ऐसे समय हुई जब रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमले तेज कर दिए थे. बैठक से कुछ घंटे पहले ही ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से लंबी फोन बातचीत की थी. क्रेमलिन ने इस बातचीत को सकारात्मक और व्यावसायिक बताया है.

कैसा रहा बैठक का रिजल्ट?

शांति वार्ता के केंद्र में 20 बिंदुओं वाली संशोधित शांति योजना रही. जेलेंस्की ने कहा कि इस योजना पर लगभग 90 प्रतिशत सहमति बन चुकी है. उन्होंने जोर देकर कहा कि स्थायी शांति के लिए सुरक्षा गारंटी सबसे अहम कदम है. ट्रंप ने प्रतिशत बताने से बचते हुए कहा कि समझौता लगभग पूरा हो चुका है.

बैठक में सबसे कठिन मुद्दा क्या था?

बैठक में सबसे कठिन मुद्दा पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को बताया गया. ट्रंप ने कहा कि यह मुद्दा बेहद जटिल है लेकिन समाधान के करीब पहुंच चुका है. जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि क्षेत्रीय समझौते पर यूक्रेन का रुख बिल्कुल साफ है और किसी भी फैसले से पहले युद्धविराम जरूरी है.

सुरक्षा गारंटी को लेकर क्या बताया?

सुरक्षा गारंटी को लेकर दोनों पक्षों में सबसे ज्यादा सहमति दिखी. जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका और यूक्रेन के बीच सुरक्षा गारंटी पर पूरी सहमति है. ट्रंप ने संकेत दिया कि इसमें यूरोपीय देशों की भी अहम भूमिका होगी.

जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर क्या हुई बात?

जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र का मुद्दा भी बैठक में उठा. ट्रंप ने कहा कि इस संयंत्र को दोबारा चालू करने पर बातचीत हुई है. हालांकि यूक्रेन किसी भी रूसी व्यावसायिक भूमिका के खिलाफ है.

बैठक के बाद ट्रंप और जेलेंस्की ने कई यूरोपीय नेताओं से संयुक्त रूप से बात की. सभी नेताओं ने शांति प्रयासों को जरूरी बताया लेकिन मजबूत सुरक्षा गारंटी पर जोर दिया.