यूक्रेन की वायु सेना ने गुरुवार (21 अगस्त) को कहा कि रूस ने यूक्रेन पर साल का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है, जिसमें उसने रात भर में 574 ड्रोन और 40 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें दागीं. वहीं, 3 साल से चल रहे युद्ध को रोकने के लिए हाल ही में कूटनीतिक प्रयास जोर पकड़ने की कोशिश कर रहा है. वायु सेना ने बताया कि हमले में ज़्यादातर देश के पश्चिमी इलाकों को निशाना बनाया गया, जहां माना जाता है कि यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों द्वारा दी जाने वाली ज़्यादातर सैन्य मदद पहुंचाई जाती है. अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में कम से कम एक शख्स की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ड्रोनों की संख्या के लिहाज से यह इस साल रूस का तीसरा सबसे बड़ा हवाई हमला था और मिसाइलों की संख्या के लिहाज से आठवां सबसे बड़ा हमला था. रूस के ऐसे ज़्यादातर हमले नागरिक इलाकों में हुए हैं.ये हमले रूस द्वारा फरवरी 2022 में अपने पड़ोसी पर किए गए आक्रमण के बाद शांति समझौते पर पहुंचने के लिए अमेरिका के नेतृत्व में नए सिरे से किए जा रहे प्रयास के दौरान हुए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ युद्ध पर चर्चा की और इस हफ्ते की शुरुआत में व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं की मेजबानी की.
Last night, the Russian army set one of its insane anti-records. They targeted civilian infrastructure facilities, residential buildings, and our people.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) August 21, 2025
Several cruise missiles were lobbed against an American-owned enterprise in Zakarpattia. It was a regular civilian business,… pic.twitter.com/CQLSQls4Oq
शांति प्रयासों पर उठे सवाल
यह हमला ऐसे समय में हुआ जब अमेरिका के नेतृत्व में तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज हो रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ युद्ध पर चर्चा की और इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं की मेजबानी की. जेलेंस्की ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, "यह हमला इस तरह किया गया जैसे कुछ भी नहीं बदला हो. उन्होंने मॉस्को पर शांति वार्ताओं में रुचि न दिखाने का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस पर कठोर प्रतिबंधों और टैरिफ के लिए दबाव बढ़ाने की मांग की.
पश्चिमी यूक्रेन पर साधा निशाना
रूस ने इस साल लगभग 1,000 लंबी दूरी के ड्रोन और मिसाइलों से यूक्रेन पर हमला किया है. अधिकांश मिसाइलें रूस से दागी गईं और हंगरी की सीमा के पास पश्चिमी यूक्रेन तक पहुंचीं. ल्विव शहर में, क्षेत्रीय प्रमुख मैक्सिम कोजित्स्की ने टेलीग्राम पर लिखा कि इस हमले में 26 आवासीय इमारतें, एक किंडरगार्टन और प्रशासनिक भवन क्षतिग्रस्त हुए, जिसमें एक शख्स की मौत और तीन घायल हुए. क्षेत्रीय अभियोजक ऑफिस ने बताया कि तीन रूसी क्रूज मिसाइलों में क्लस्टर मुनिशन का इस्तेमाल किया गया.
अमेरिकी निवेश पर हमला
हंगरी सीमा के पास एक अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स संयंत्र, फ्लेक्स कारखाना, भी इस हमले का निशाना बना. यूक्रेन में अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष एंडी हुंदर ने बताया कि हमले के समय 600 रात्रि पाली कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें से छह घायल हुए. हुंदर ने कहा, "संदेश साफ है कि रूस शांति की तलाश में नहीं है. रूस यूक्रेन में अमेरिकी कारोबारियों पर हमला कर रहा है, अमेरिकी कारोबार का अपमान कर रहा है." उन्होंने बताया कि 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से चैंबर के लगभग 600 सदस्यों में से ज्यादा से अधिक की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.
यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई
यूक्रेन ने भी रूस के युद्ध प्रयासों का समर्थन करने वाली बुनियादी ढांचे पर स्वदेशी लंबी दूरी के ड्रोन से हमले तेज किए हैं. तेल रिफाइनरियों सहित अन्य लक्ष्यों पर हमले किए गए, जिसके कारण रूस में थोक गैसोलीन की कीमतें हाल के दिनों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. जेलेंस्की ने बुधवार को कहा, "यूक्रेन अपने सहयोगियों से सुरक्षा गारंटी के बारे में गहन बैठकें करेगा. उन्होंने बताया कि अगले हफ्ते के अंत तक योजनाएं साफ होंगी, जिसके बाद वह पुतिन के साथ 2022 के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद पहली बार प्रत्यक्ष वार्ता के लिए तैयार होंगे.
युद्ध की स्थिति पर बहस
जेलेंस्की ने सोमवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ मुलाकात में अमेरिकी राष्ट्रपति को यह समझाने की कोशिश की कि युद्धक्षेत्र की स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी पुतिन ने पेश की थी. उन्होंने अमेरिकी मोर्चे के नक्शे में त्रुटियों की ओर इशारा किया, जिसमें रूस को वास्तविक से अधिक क्षेत्र पर कब्जा दिखाया गया था.