रिसर्चरों की एक टीम जंगली जीवन का अध्ययन करने के लिए दक्षिणी स्पेन की चोटियों पर निकली हुई थी. वे यह अध्ययन करना चाहते थे कि गिद्द अपने घोंसले में किस प्रकार रहती हैं. टहनियां, ऊन और हड्डियों के अलावा रिसर्चरों को गिद्धों के घोंसले में कुछ ऐसा मिला जिसकी वहां वाकई में कोई जगह नहीं थी और वो था 750 साल पुराना घास का जूता.
इस खोज का जब विस्तार से अध्ययन किया गया तो पता चला कि कुछ गिद्धों के घोंसलों में गुपचुप तरीके से मानव जीवन के साक्ष्य सुरक्षित रखे जा रहे हैं और यह सब बेहद प्राकृतिक तरीके से संजोया जा रहा है क्योंकि घोंसलों में सही प्रकार के वातावरण थे. यह पूरी स्टडी ईकोलॉजी नामक जर्नल में प्रकाशित हुई है.
अन्य घोंसलों में और क्या मिला
नेशनल जियोग्राफिक के अनुसार, पिछले कई सालों में रिसर्चरों ने कई गिद्दों के घोंसलों को लताशा, जिनमें से 12 घोंसलों में उन्हें हड्डियों और पंखों से भी परे कुछ मिला.
बाल्टी, चमड़ा, औजार भी संजो रहे थे गिद्ध
गिद्धों के घोंसलों में उन्हें बाल्टियों के टुकड़े, औजार, चमड़ा और कपड़ों के टुकड़े मिले. घोंसलों में ये सारी चीजें इसलिए सुरक्षित बच गईं क्यों उन घोंसलों का वातावरण शुष्क, ठंडा बना रहा.
मध्यकाल का पेंट किया हुआ टुकड़ा भी मिला
स्टडी के मुताबिक, घोंसलों में मिला एक जूता पौधों से बने फाइबर के रेशे का बना था और 750 साल पुराना था. इसके अलावा गिद्ध के एक घोंसले में भेड़ के चमड़े का एक पेंट किया हुआ टुकड़ा मिला जो मध्यकालीन का था.
ईकोलॉजिस्ट और इस अध्ययन की प्रमुख लेखक एंटोनी मार्गलिडा ने कहा कि घोंसले के अंदर ये सारी चीजें सदियों से बेहद अच्छी तरह से संरक्षित हैं. यह पूरा अध्ययन इकोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.