नई दिल्ली: यूक्रेन युद्ध के चार साल बाद पहली बार रूस ने शांति की संभावित राह पर सकारात्मक संकेत दिया है. अमेरिकी प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यह 'अंतिम समझौते का आधार बन सकता है. यह सुझाव ऐसे समय आया है, जब जेलेंस्की की सरकार पर युद्ध जारी रखने और अमेरिकी समर्थन बचाने का भारी दबाव है. पुतिन ने आगे कहा, 'लेकिन इस पर हमारे साथ कोई ठोस चर्चा नहीं हुई है, और मैं अंदाजा लगा सकता हूं कि ऐसा क्यों हुआ.'
उन्होनें आगे कहा कि 'अमेरिकी प्रशासन अब तक यूक्रेनी पक्ष की सहमति हासिल करने में नाकाम रहा है. यूक्रेन इसके खिलाफ है. जाहिर है, यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगी अभी भी भ्रम में हैं और युद्ध के मैदान में रूस को रणनीतिक शिकस्त देने का सपना देख रहे हैं.'
कीव, यूक्रेन (एपी) - राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि यूक्रेन रूस के आक्रमण को हराने के लिए चार साल से चल रही लड़ाई में निर्णायक मोड़ पर है. जहां यूक्रेनवासियों को संभवतः अपने संप्रभु अधिकारों के लिए खड़े होने या अमेरिकी समर्थन खोने के बीच चुनाव करना होगा, क्योंकि नेता अमेरिकी शांति प्रस्ताव पर बातचीत कर रहे हैं .
अमेरिकी योजना में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कई पुरानी मांगें शामिल हैं, साथ ही यूक्रेन को सीमित सुरक्षा गारंटी भी दी गई है. इसमें यूक्रेन द्वारा रूस को अपना क्षेत्र सौंपने की बात कही गई है, जिसकी संभावना जेलेंस्की बार-बार खारिज करते रहे हैं. इससे उसकी सेना का आकार छोटा हो जाएगा और नाटो सदस्यता के लिए उसके रास्ते में रुकावट आएगी.
जेलेंस्की ने वाशिंगटन के साथ रचनात्मक बातचीत करने का वादा किया, जिसे उन्होंने कहा 'हमारे इतिहास के सबसे कठिन क्षणों में से एक'. जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल के साथ शांति प्रस्ताव पर लगभग एक घंटे तक बातचीत की.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को एक रेडियो साक्षात्कार में कहा कि वह ज़ेलेंस्की से उनकी 28-सूत्रीय योजना पर गुरुवार तक जवाब चाहते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि शर्तों को अंतिम रूप देने के लिए समय सीमा में विस्तार संभव है.
फॉक्स न्यूज रेडियो के ब्रायन किल्मीडे शो में दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, 'मेरे पास कई समय सीमाएं हैं, लेकिन अगर चीजें ठीक चल रही हों, तो आप समय सीमा बढ़ा देते हैं. लेकिन गुरुवार ही सही समय है - हमें लगता है.'
हालांकि जेलेंस्की ने अमेरिका और रूस के साथ बातचीत करने की पेशकश की है, लेकिन उन्होंने संकेत दिया है कि यूक्रेन को वह सब कुछ नहीं मिलेगा जो वह चाहता है और यदि वह कोई रुख अपनाता है तो उसे अमेरिकी समर्थन खोने की संभावना का सामना करना पड़ेगा.
जेलेंस्की ने एक रिकॉर्डेड भाषण में कहा, 'इस समय यूक्रेन पर दबाव सबसे कठिन है. यूक्रेन को अब एक बहुत ही कठिन विकल्प का सामना करना पड़ सकता है, या तो वह अपनी गरिमा खो देगा या एक प्रमुख साझेदार को खोने का जोखिम उठाएगा.'
उन्होंने कहा, 'हम अमेरिका और सभी साझेदारों के साथ शांतिपूर्वक काम करेंगे', लेकिन निष्पक्ष व्यवहार पर जोर दिया.
उन्होंने यूक्रेनवासियों से एक-दूसरे से 'लड़ना बंद करने' का आग्रह किया, संभवतः एक बड़े भ्रष्टाचार घोटाले के संदर्भ में , जिसके कारण सरकार की कड़ी आलोचना हुई है, और कहा कि अगले सप्ताह होने वाली शांति वार्ता बहुत कठिन होगी.