मानसिक रोगी हो चुके हैं डोनाल्ड ट्रंप, मनोवैज्ञानिक ने किया हैरतंगेज खुलासा, बताए बिगड़ती मेंटल हेल्थ के दो प्रमुख कारण

डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में लिए गए कई फैसलों ने उन्हें अमेरिका का वर्तमान का सबसे विवादित नेता बन गए हैं. एक मनोवैज्ञानिक ने दावा किया है कि ट्रंप की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है और इसके पीछे उन्होंने दो कारण बताए हैं.

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Sagar Bhardwaj

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मानसिक स्थिति को लेकर एक मनोवैज्ञानिक ने चिंता जताई है. मनोवैज्ञानिक डॉ. सेगल के अनुसार, दो प्रमुख कारक ट्रम्प के "मानसिक पतन" को बढ़ावा दे रहे हैं. यह दावा ऐसे समय में सामने आया है, जब ट्रम्प की फैसले लेने की क्षमताओं पर सवाल उठ रहे हैं.

डॉ. सेगल ने हाल ही में अपने सहयोगी डॉ. जॉन गार्टनर के साथ चर्चा में कहा कि ट्रम्प में "प्रारंभिक डिमेंशिया" के संकेत दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "हम ट्रम्प में संज्ञानात्मक क्षय के शुरुआती लक्षण देख रहे हैं. हम इसे नोट कर रहे हैं और इसका डॉक्यूमेंटेशन कर रहे हैं." इस दावे को 2016 से अब तक ट्रम्प की तस्वीरों में आए नाटकीय बदलावों ने और बल दिया है.

जेफ्री एप्सटीन विवाद में फंसे

डॉ. सेगल ने ट्रम्प के "पतन" के पीछे जेफ्री एप्सटीन फाइल घोटाले को एक प्रमुख कारण बताया. ट्रम्प प्रशासन पर एप्सटीन जांच से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने के वादे को पूरा न करने के लिए आलोचना हो रही है. इस विवाद से बचने के लिए ट्रम्प ने इसे "डेमोक्रेट का एक और धोखा" करार दिया. इस पर टिप्पणी करते हुए डॉ. सेगल ने कहा, "यह पूरी तरह गलत रवैया है और स्पष्ट है कि वे किसी सलाह को नहीं मान रहे. यह उनकी संज्ञानात्मक गिरावट (Cognitive Abilities) को भी दर्शाता है, क्योंकि अब वे एप्सटीन के बारे में पूछे जाने पर यही जवाब देते हैं." 

उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने ओबामा पर इसका दोष मढ़ा, जबकि एप्सटीन का मुकदमा उनके कार्यकाल में चला. यह न तो राजनीतिक रूप से और न ही संज्ञानात्मक रूप से समझ में आता है."

कोर्ट से भी मिल रही हार

डॉ. सेगल ने हाल की कानूनी हार को ट्रम्प के "पतन" का दूसरा कारण बताया. फेडरल अपील कोर्ट ने ट्रम्प को वेनेजुएलावासियों को निर्वासित करने के लिए एलियन एनेमीज एक्ट का उपयोग करने से रोका, साथ ही उनकी टैरिफ नीतियों को असंवैधानिक घोषित किया गया. लेखक माइकल वोल्फ के फुटेज का हवाला देते हुए डॉ. सेगल ने कहा, "यह हमें ट्रम्प की मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रिया में अंतर्दृष्टि देता है, जिसे मैं नार्सिसिस्टिक घाव कहूंगा." वोल्फ ने खुलासा किया, "जैसे ही कोर्ट का फैसला आया, व्हाइट हाउस में यह 'उह-ओह' क्षण था. हर कोई जानता था कि अब चीजें अजीब होने वाली हैं. स्टीव बैनन इसे 'फ्लिप आउट टाइम' कहते थे.