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कनाडा में पीएम जस्टिन ट्रूडो के भाषण के दौरान लगे 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे, देखें वीडियो

Pro-Khalistan Slogans: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भाषण के दौरान 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए जाने का मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें जस्टिन ट्रूडो टोरंटो शहर में खालसा दिवस परेड में भाषण दे रहे हैं और इस दौरान सामने खड़ी भीड़ खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं.

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Canada PM Justin Trudeau speech Pro-Khalistan slogans

Pro-Khalistan Slogans: कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो रविवार को टोरंटो के सिटी हॉल में खालसा दिवस समारोह में शामिल हुए. इस दौरान वे सिख समुदाय को जैसे संबोधित करने के लिए आगे बढ़े, भीड़ में से खालिस्तान के समर्थन में जोरदार नारेबाजी होने लगी. उन्होंने कहा कि सिख विरासत, आपके अधिकारों और स्वसंत्रता की रक्षा के लिए कनाडा के लोग हमेशा आपके साथ मौजूद रहेंगे. हम हमेशा नफरत और भेदभाव के खिलाफ सिख समुदाय की रक्षा भी करेंगे.

जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा की सबसे बड़ी ताकतों में से एक यहां की विविधता है. ट्रूडो ने आश्वासन दिया कि स्वतंत्र रूप से और बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन करने का आपका अधिकार बिल्कुल वैसा ही है, जैसृा कि कनाडाई चार्टर ऑफ राइट्स एंड फ्रीडम में मौलिक अधिकार की गारंटी दी गई है.

नारेबाजी के बीच ट्र्डो ने जारी रखा भाषण

यूट्यूब पर शेयर किए गए एक वीडियो में, ट्रूडो के बोलते समय बैकग्राउंड में खालिस्तान के समर्थन में जोरदार नारेबाजी सुनाई दे रही है. हालांकि, इंडिया डेली लाइव इसकी पुष्टि नहीं करता है. नारेबाजी के बीच जस्टिन ट्रूडो ने अपना भाषण जारी रखा. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि आप में से कई लोगों के पास ऐसे प्रियजन हैं जिन्हें आप अक्सर देखना चाहते हैं, यही कारण है कि हमारी सरकार ने हमारे देशों के बीच अधिक फ्लाइट्स जोड़ने के लिए भारत के साथ एक नए समझौते पर बातचीत की है और हम अमृतसर समेत और भी अधिक फ्लाइट्स जोड़ने के लिए भारत के साथ काम करना जारी रखेंगे.

ट्रूडो के भाषण के दौरान खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी का ये वीडियो ऐसे समय में आया है, जब भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध कठिन दौर से गुजर रहे हैं. भारत के ओर से नॉमिनेटेड आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से भारत और कनाडा के बीच विवाद छिड़ गया है. निज्जर को 2020 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की आतंकवादी घोषित किया गया था. 18 जून, 2023 की शाम को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे से बाहर निकलते ही निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

क्या है खालसा दिवस?

ओंटारियो सिख और गुरुद्वारा काउंसिल (OSGC) का कहना है कि वैसाखी को खालसा दिवस कहा जाता है. खालसा दिवस 1699 में स्थापित सिख समुदाय के साथ-साथ सिख नव वर्ष की याद दिलाता है. ओंटारियो सिख और गुरुद्वारा काउंसिल पिछले कई सालों से वार्षिक परेड का आयोजन करता रहा है. सीबीसी न्यूज के अनुसार, OSGC का दावा है कि ये देश की तीसरी सबसे बड़ी परेड है और इसमें नियमित रूप से हजारों दर्शक आते हैं.