कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी इन दिनों भारत के दौरे पर हैं. जहां मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनसे मुलाकात की. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कतर के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों और मित्रता को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि कतर और भारत के बीच एक विशेष बंधन है जो बहुत करीबी और जीवंत है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि दोनों देशों को जोड़ने वाली पारंपरिक नौकायन जहाजों को धो कहा जाता है, जो सदियों से दोनों देशों के बीच परंपाओं, वस्तुओं, विचारों और सांस्कृतिक मूल्यों का आदान-प्रदान करते आए हैं.
10 साल के बाद भारत: 10 साल के बाद भारत आए कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी की यात्रा कई मायनों में यादगार रही. राष्ट्रपति भवन में आयोजित औपचारिक भोज में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि कतर के साथ भारत के संबंध सदियों पुराने हैं. राष्ट्रपति मुर्मू ने दोनों देशों के बीच हुए अहम समझौतों का घुमाकर जिक्र करते हुए भरोसा जताया कि आने वाले पांच वर्षों में दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 28 अरब डॉलर तक पहुंचाने में सफल होंगे. उन्होंने कहा, 'हमारे सदियों पुराने संबंधों की झलक हमारे लोगों की पसंदीदा कला, संगीत और भोजन में देखी जा सकती है, चाहे वह बिरयानी हो या कड़क चाय.'
राष्ट्रपति ने कहा कि कतर के हमारे मेहमान रात के खाने में दोनों देशों के अनोखे सांस्कृतिक जुड़ाव का अनुभव कर पाएंगे, उन्हें इस बात का पूरा विश्वास है. राष्ट्रपति भवन के इस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री मोदी और कतर के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भोज में शामिल हुए. राष्ट्रपति भवन ने औपचारिक भोज की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं. इन तस्वीरों में दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों की झलक देखी जा सकती है.
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी का देश की दूसरी राजकीय यात्रा पर स्वागत करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि कतर के साथ भारत के संबंधों का इतिहास सदियों पुराने हैं. उन्होंने खाड़ी देश में रहने वाले भारतीयों की अच्छी देखभाल करने के लिए अमीर और कतर के लोगों के प्रति आभार भी व्यक्त किया.