G7 Summit Italy: पोप फ्रांसिस ने पहली बार जी 7 देशों के नेताओं को वार्षिक शिखर सम्मेलन में संबोधित किया. पोप को मेजबान देश इटली द्वारा समिट में शामिल होने का न्योता भेजा गया था. पोप ने वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए एक अहम चुनौती का जिक्र किया और इसके खतरे के बारे में लोगों को आगाह किया. पोप फ्रांसिस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मानवीय भलाई के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर जोर दिया. उन्होंने दुनियाभर के देशों से इसके विकास और प्रयोग के लिए मानवीय गरिमा को सबसे ऊपर रखने का आग्रह किया. उन्होने कहा हमें एक मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर नई तकनीक का निर्माण करना होगा.
अपने संबोधन के दौरान पोप ने कहा कि यदि हम लोगों से उनके जीवन और उनके निर्णय करने की क्षमता छीन लेंगे तो वह मशीनों के ऊपर जीवित रहने के लिए मजबूर होंगे. यह मानवता के लिए एक गंभीर खतरा साबित होगा. यह पूरी मानवता के सामने निराशा का संकट खड़ा कर देगा. पोप ने एआई के विनियमन पर भी जोर दिया. उनका कहना था कि तकनीक पर मानव का नियंत्रण अति आवश्यक है और इसकी सीमा तय होनी ही चाहिए.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने पोप फ्रांसिस में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था. पोप ने इस दौरान नेताओं से वैश्विक भलाई के लिए काम करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. पोप फ्रांसिस से भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गर्मजोशी के साथ मिले. पोप ने मोदी को गले भी लगाया. पीएम मोदी ने पोप को भारत आने का भी न्योता दिया है.
Met Pope Francis on the sidelines of the @G7 Summit. I admire his commitment to serve people and make our planet better. Also invited him to visit India. @Pontifex pic.twitter.com/BeIPkdRpUD
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2024
इटली के अपुलिया शहर में जी 7 देशों की बैठक चल रही है. इस बैठक में आउटरीच कंट्री के तौर पर भारत को भी बुलाया गया है. पीएम मोदी इसमें शामिल होने के लिए इटली पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने वैश्विक नेताओं से बातचीत की. पीएम मोदी ने जी 7 समिट के इतर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां से भी मुलाकात की.