'भारत में वेलकम के लिए उत्सुक', PM मोदी ने पुतिन को 73वें जन्मदिन पर बधाई देने के साथ दिया खास संदेश

Vladimir Putin's birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की और उनके 73वें जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं. प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के स्वास्थ्य, खुशहाली और सफलता की कामना की.

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Anubhaw Mani Tripathi

Vladimir Putin's birthday: 7 अक्टूबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जन्मदिन मनाया गया. इस अवसर पर उनके परम मित्र, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेलीफोन पर बात की और उन्हें उनके 73वें जन्मदिन की हार्दिक भकामनाएं दीं. राष्ट्रपति पुतिन के स्वास्थ्य, खुशहाली और सफलता की कामना करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस की मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है.

दोनों नेताओं ने की द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा

इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने भारत-रूस के द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की. दोनों नेताओं ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बीते वर्षों में भारत और रूस के बीच आर्थिक, ऊर्जा, रक्षा, विज्ञान, अंतरिक्ष और सांस्कृतिक सहयोग के क्षेत्रों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध केवल रणनीतिक नहीं, बल्कि “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझेदारी” (Special and Privileged Strategic Partnership) के रूप में स्थापित हैं. दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग की यह परंपरा वैश्विक स्तर पर स्थिरता और शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है.

प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान कहा कि वे भारत में आयोजित होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. यह शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में ऊर्जा सुरक्षा, रक्षा उत्पादन, व्यापार विस्तार, और विज्ञान-तकनीक में सहयोग जैसे मुद्दों पर प्रमुख रूप से चर्चा की जाएगी.

भारत-रूस संबंधों का वैश्विक महत्व

भारत और रूस के बीच दशकों से चले आ रहे मजबूत रिश्ते आज भी वैश्विक राजनीति में संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. दोनों देश बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था (Multipolar World Order) को समर्थन करते हैं और एक-दूसरे के साथ रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की यह बातचीत इस बात का प्रमाण है कि दोनों देश आने वाले वर्षों में अपने रिश्तों को और गहराई एवं व्यापकता देने के लिए तैयार हैं.