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India Daily

South China Sea Dispute: साउथ चाइना सी में दिखीं सैकड़ों चीनी बोट्स, फिलिपींस ने कहा- यह हमारे लिए खतरा

South China Sea Dispute:  फिलिपींस कोस्ट गार्ड ने बताया कि व्हाइटसन रीफ के पास चीन की बोट्स की संख्या बढ़कर अब 135 हो गई है. हमारी चेतावनी के बाद भी चीन ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

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Edited By: Shubhank Agnihotri
Scs

हाइलाइट्स

  • चीनी जहाज ने फिलिपींस के शिप को मारी टक्कर 
  • प्राकृतिक संसाधनों का विशाल भंडार है साउथ चाइना सी


South China Sea Dispute:  दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलिपींस एक बार फिर आमने-सामने हैं. साउथ चाइना सी के व्हाइटसन रीफ के पास चीन की 135 बोट्स नजर आईं हैं. दक्षिणी चीन सागर का यह इलाका विवादित क्षेत्र की श्रेणी में आता है. फिलिपींस इसे खतरे के रूप में देखता है. फिलिपींस कोस्ट गार्ड ने बताया कि 13 नवंबर के आस-पास यहां पर 111 चीनी बोट्स की मौजूदगी थी लेकिन अब इनकी संख्या बढ़कर 135 हो चुकी है. फिलिपींस के कोस्ट गार्ड ने कहा कि इसको लेकर चीन को हमारी ओर से चेतावनी दी गई थी. मगर चीन ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. यह हमारे लिए खतरा है. हमने निगरानी के लिए दो जहाजों की तैनाती की है.

चीनी जहाज ने फिलिपींस के शिप को मारी टक्कर 


रिपोर्ट के मुताबिक, जिस इलाके में चीनी बोट्स नजर आईं हैं फिलिपींस उसे जूलियन फेलिप रीफ कहता आया है. वहीं, चीन के हैनान आईलैंड से इल इलाके की दूरी महज एक हजार किमी है. रिपोर्ट के मुताबिक, 22 अक्टूबर को चीनी कोस्ट गार्ड शिप ने फिलिपींस के कोस्ट गार्ड शिप को टक्कर मार दी थी. चीन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फिलिपींस का जहाज उसके इलाके में गश्त कर रहा था. 


कई देश जताते हैं इस पर अपना दावा 

चीन हमेशा से ही पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता रहा है.इसके लिए वह वह इस क्षेत्र में कई छोटे और बड़े देशों को परेशान करता रहा है. इनमें फिलिपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान शामिल हैं. यह सभी देश साउथ चाइना सी के ऊपर अपना दावा व्यक्त करते हैं. चीन ने इस इलाके में अपने कई आर्टिफिशियल आईलैंड बना लिए हैं. इसके अलावा वह इस इलाके में कई सैन्य ठिकाने भी विकसित कर चुका है. 


प्राकृतिक संसाधनों का विशाल भंडार 

दक्षिण चीन सागर लगभग 35 लाख वर्ग किमी का इलाका आता है. अमेरिका के अनुसार, इस इलाके में 213 अरब बैरल तेल और 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट प्राकृतिक गैस का भंडार है. इस रास्ते से लगभग 7 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार होता है.