Pakistan Afghanistan Conflict: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी तनाव फ़िलहाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों देशों के बीच युद्धविराम की घोषणा के बावजूद लगातार चिंगारी धधक रही है, जो कभी भी विस्फोट में तब्दील हो सकती है. ताजा घटनाक्रम में पाकिस्तान में रह रहे अफगान शरणार्थियों पर पाकिस्तानी हुकूमत ने जुल्म ढाया है. खबर है कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत में संचालित 10 शिविरों को पूरी तरह बंद कर दिया है और 85,000 अफगान शरणार्थियों को जबरन डिपोर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा 3,800 प्रवासियों को गिरफ्तार भी किया गया है.
बता दें कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बाद, प्रवासियों की गिरफ्तारी और अफगान शरणार्थियों के जबरन निर्वासन के घटना में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. एक प्रवासी ने पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल को बताया कि पूरे पाकिस्तान में रोजाना हज़ारों लोगों को जबरन निर्वासित किया जा रहा है. हम अपने घरों के अंदर ही रहते हैं और बाहर नहीं जा सकते.
वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने एक बार फिर शरणार्थियों की अफगानिस्तान वापसी पर ज़ोर देते हुए कहा है कि अफगान प्रवासियों को सम्मान के साथ उनके देश वापस भेजा जाएगा. ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा कि जिस तरह हमने उनका सम्मान के साथ स्वागत किया, उसी तरह अब हम उन्हें उसी सम्मानजनक तरीके से उनके देश वापस भेजेंगे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने भी अंतिम अफगान शरणार्थी शिविर को बंद कर दिया है और प्रांत में अवैध रूप से रह रहे करीब 22,000 अफगान नागरिकों को निर्वासित कर दिया है. पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अवैध रूप से रह रहे विदेशी (अफगान) नागरिकों को पंजाब से उनके देश भेजने के अभियान का यह तीसरा चरण है.
प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में कहा गया कि सरकार ने प्रांत में बिना कानूनी दर्जे के रह रहे लगभग 22,000 अफगान नागरिकों को इस महीने निर्वासित किया है. प्रवक्ता ने बताया कि निर्वासित लोगों में 6,000 लोगों के पास निवास प्रमाण पत्र थे, 11,000 के पास अफगान नागरिक कार्ड थे और 5,041 लोग पंजाब में अवैध रूप से रहते पाए गए. वर्तमान में लगभग 423 लोगों को निर्धारित हिरासत केंद्रों पर रखा गया है.