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India Daily

कुवैत के अल अहली बैंक में 200 करोड़ की धोखाधड़ी, मलयाली समेत 800 से ज्यादा लोग गिरफ्तार

शिकायत के अनुसार, कथित घोटाले से बैंक को ₹200 करोड़ से अधिक का वित्तीय नुकसान हुआ है और इसमें 806 लोगों के शामिल होने का संदेह है. जिन लोगों के नाम दर्ज हैं, उनमें से एक बड़ी संख्या केरलवासियों की है.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Kuwait Al Ahli Bank fraud
Courtesy: Social Media

Kuwait Al Ahli Bank fraud case: मलयाली लोगों सहित 800 से अधिक लोगों पर कुवैत में अल अहली बैंक के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद केरल के पुलिस थानों में कई मामले दर्ज किए गए हैं. केरल पुलिस ने पुष्टि की है कि अल अहली बैंक के एक शीर्ष अधिकारी द्वारा केरल के राज्य पुलिस प्रमुख को सौंपी गई औपचारिक शिकायत के आधार पर कोट्टायम और एर्नाकुलम सहित विभिन्न जिलों में 12 एफआईआर दर्ज की गई हैं.

शिकायत के अनुसार, कथित घोटाले से बैंक को ₹200 करोड़ से अधिक का वित्तीय नुकसान हुआ है, और इसमें 806 लोगों के शामिल होने का संदेह है. जिन लोगों के नाम दर्ज हैं, उनमें से एक बड़ी संख्या केरलवासियों की है, जिन्होंने 2020 से 2023 के बीच कुवैत में काम किया था. बैंक का दावा है कि इन व्यक्तियों ने व्यक्तिगत और व्यावसायिक ऋण लिए थे, लेकिन उन्हें चुकाने का उनका कोई इरादा नहीं था, और बाद में उनमें से कई केरल लौट आए. 

पुलिस ने राज्यव्यापी धोखाधड़ी की जांच शुरू की

शिकायत के बाद, केरल पुलिस ने वित्तीय धोखाधड़ी, ठगी और आपराधिक षडयंत्र के आरोपों में मामला दर्ज किया है. अब ऋण विवरणों की पुष्टि, फरार व्यक्तियों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है. मामले से परिचित अधिकारियों का कहना है, "बैंक को धोखा देने के इरादे से ऋण प्राप्त किया गया था. हालांकि, कुछ आरोपियों के परिवारों ने कोविड-19 महामारी के कारण आई आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए, ऋण न चुकाने का बचाव किया है. उनके अनुसार, संकट के दौरान कई लोग कुवैत छोड़ने को मजबूर हुए और ऋण चुकाने में असमर्थ रहे.

अल अहली बैंक की यह हालिया शिकायत, पिछले साल कुवैत के गल्फ बैंक से जुड़े एक ऐसे ही मामले के बाद आई है, जिसने केरल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद, केरल पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्रालय के त्वरित हस्तक्षेप के कारण कई बकाएदारों ने स्वेच्छा से अपना बकाया चुका दिया.