Operation Sindoor: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने बड़ा जवाबी कदम उठाया. भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों परए. इस संयुक्त ऑपरेशन को सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया, जो सुबह 1:05 से 1:30 बजे के बीच चला.
इस ऑपरेशन का उद्देश्य लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नष्ट करना था. भारतीय सेना ने यह स्पष्ट किया कि हमलों में किसी सैन्य ठिकाने या आम नागरिक को निशाना नहीं बनाया गया.
पाकिस्तानी दावे और हताहतों की संख्या
पाकिस्तान सेना के मुताबिक, इन हमलों में 26 लोगों की मौत हुई और 46 लोग घायल हुए. यह हताहत छह में से नौ स्थानों पर हुए जहां भारतीय सेना ने हमले किए.
मसूद अजहर को लगा बड़ा झटका
जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने दावा किया कि इन हमलों में उसके परिवार के 10 सदस्य मारे गए हैं. इसके अलावा उसके चार करीबी सहयोगियों की भी मौत हो गई.
परिवार में कौन-कौन मारे गए?
मसूद अजहर के बयान के अनुसार, उसकी बड़ी बहन, उनके पति, एक भतीजा और उसकी पत्नी, एक भांजी और परिवार के पांच बच्चे इन हमलों में मारे गए. ये सभी जैश के मुख्यालय बहावलपुर में एक मिसाइल हमले में मारे गए.
भारत का आतंक पर कड़ा रुख
भारत ने इस जवाबी कार्रवाई से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह सीमा पार से हो रहे आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा. पहलगाम हमले की जिम्मेदारी “द रेसिस्टेंस फ्रंट” नामक संगठन ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक रूप है. भारत ने पाकिस्तान पर इस हमले में संलिप्तता का आरोप लगाया, जिसे इस्लामाबाद ने खारिज कर दिया.