menu-icon
India Daily

किम जोंग उन ने सेना को दिए युद्ध की तैयारी तेज करने के आदेश, 2024 को बताया निर्णायक साल

North Korea: उत्तर कोरिया ने अमेरिका और उसके साथियों के खिलाफ युद्ध की तैयारी तेज कर दी है. किम जोंग उन ने सेना, हथियार बनाने वाली कंपनियों और परमाणु हथियारों वाले विभागों को आदेश दिया है कि वे युद्ध की तैयारियों को तेज करें.

auth-image
Edited By: Antriksh Singh
Kim Jong un

North Korea: उत्तर कोरिया ने अमेरिका और उसके साथियों के खिलाफ युद्ध की तैयारी तेज कर दी है. किम जोंग उन ने सेना, हथियार बनाने वाली कंपनियों और परमाणु हथियारों वाले विभागों को आदेश दिया है कि वे युद्ध की तैयारियों को तेज करें. उनका कहना है कि ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि अमेरिका और उसके साथी देश उत्तर कोरिया के खिलाफ लगातार दुश्मनी दिखा रहे हैं.

रणनीतिक साझेदारी बढ़ाएगा उत्तरी कोरिया

किम जोंग उन ने ये बातें बुधवार को पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक में कही. न्यूज एजेंसी KCNA की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया उन देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ाएगा जो “नए साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं और अपनी ज़िंदगी खुद जीना चाहते हैं.”

नए साल को निर्णायक बताया

उन्होंने सेना, हथियार बनाने वाली कंपनियों, परमाणु हथियारों और आपदा राहत विभाग को अपने काम में और तेजी लाने का आदेश दिया है. इसके अलावा किम जोंग उन ने साल 2024 को “निर्णायक साल” बताया है. उनका कहना है कि इस साल उत्तर कोरिया पांच साल की विकास योजना को पूरा करने का पूरा ज़ोर लगाएगा.

रूस और उत्तर कोरिया के बीच रिश्ते अच्छे हो रहे हैं. अमेरिका के अनुसार रूस उत्तर कोरिया को हथियार बनाने में मदद कर रहा है और उत्तर कोरिया ने रूस को युद्ध के लिए सामान भेजे हैं, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ किया जा रहा है.

अनाज की किल्लत खत्म करने की चुनौती

उन्होंने खेतों में भी ज्यादा पैदावार करने का लक्ष्य रखा है, ताकि देश में अनाज की किल्लत खत्म हो सके. आपको याद होगा कि 1990 के दशक में उत्तर कोरिया में अकाल पड़ चुका था और उसके बाद भी वहां अनाज की कमी लगातार बनी हुई है. अंतरराष्ट्रीय जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से लगी पाबंदियों ने उत्तर कोरिया के लोगों के लिए खाना ढूंढना और भी मुश्किल बना दिया था.

हालांकि 2023 में मौसम अच्छा रहने की वजह से अनाज का उत्पादन थोड़ा बढ़ा है. लेकिन, दक्षिण कोरिया के एक अधिकारी का कहना है कि ये बढ़ोतरी उत्तर कोरिया की जरूरत के मुकाबले काफी कम है.