New York Attack Plotting: कनाडा में रहने वाले 20 साल के पाकिस्तानी लड़के को अमेरिका ने आतंकी हमले की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आतंकी शाहजेब जादून ने 7 अक्टूबर के आसपास न्यूयॉर्क शहर (NYC) में एक आतंकी हमले की योजना बनाई थी, जिसका उद्देश्य इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड अल-शाम (ISIS) के नाम पर अधिक से अधिक यहूदियों का कत्लेआम करना था. ये खुलासा अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने एक बयान के जरिए किया है.
गारलैंड के मुताबिक, आतंकी शाहजेब खान ने एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप के ज़रिए अपने ग्रुप के मेंबर्स से बातचीत करता था. पुलिस ने अभी तक उसके ओर से इस्तेमाल किए गए ऐप/ऐप्स का नाम नहीं बताया है. न्यूयॉर्क में दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, आतंकी ने कनाडा से न्यूयॉर्क शहर जाने का प्रयास किया, जहां उसका इरादा ब्रुकलिन, न्यूयॉर्क में एक यहूदी केंद्र पर IS के समर्थन में सामूहिक गोलीबारी करने के लिए ऑटोमैटिक और सेमी-ऑटोमैटिक हथियारों का उपयोग करना था.
आतंकी ने पिछले साल नवंबर के आसपास सोशल मीडिया पर पोस्ट करना और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप पर दूसरों से कम्यूनिकेट करना शुरू किया था. उसने इन ऐप का इस्तेमाल IS के प्रचार वीडियो और लिटरेचर डिस्ट्रिब्यूट करने के लिए भी किया. उसने एक मैसेज में कहा कि अगर हम अपनी योजना में सफल होते हैं, तो यह 9/11 के बाद से अमेरिका की धरती पर सबसे बड़ा हमला होगा.
अटॉर्नी जनरल गारलैंड की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आतंकी को कथित तौर पर दो अंडरकवर कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद पकड़ा गया था. बयान में कहा गया है कि उन बातचीत के दौरान, आतंकी ने पुष्टि की कि वो और शिकायत में केवल एसोसिएट-1 के रूप में पहचाने जाने वाले अमेरिका में रहने वाले IS समर्थक यहां के एक शहर में हमले की प्लानिंग कर रहे थे.
अंडरकवर अधिकारियों के साथ इन बातचीत के दौरान, आतंकी ने कथित तौर पर इस बात पर जोर दिया कि यहूदियों को निशाना बनाने के लिए 7 अक्टूबर और 11 अक्टूबर सबसे अच्छे दिन हैं. उसने कहा कि यहूदी निश्चित रूप से हमास-इजराइल हमले की पहली सालगिरह पर कुछ विरोध प्रदर्शन करेगा और 11 अक्टूबर को 'योम किप्पुर' है, जो एक महत्वपूर्ण यहूदी त्योहार है.
हालांकि, अमेरिकी पुलिस ने इस मामले में एन्क्रिप्शन ऐप का नाम नहीं बताया है. ये ऐप कई देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों की नज़र में हैं. पिछले महीने, फ्रांसीसी जांचकर्ताओं ने इस साल की शुरुआत में शुरू की गई बड़े पैमाने की जांच के तहत पेरिस के बाहर ले बोरगेट हवाई अड्डे पर टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव को हिरासत में लिया और उनसे चार दिनों तक पूछताछ की. डुरोव के खिलाफ़ फ्रांसीसी आरोपों में शामिल है कि टेलीग्राम का इस्तेमाल चाइल्ड एब्यूज कंटेट, मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया जाता है.