माली सशस्त्र बलों (FAMA) ने टिम्बकटू क्षेत्र में इस्लामवादी आतंकवादी समूह जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन (JNIM) के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है. सोशल मीडिया पर वायरल फुटेज के अनुसार, माली सेना ने ड्रोन हमलों के जरिए आतंकवादियों के ईंधन डिपो और कई छिपने के ठिकानों को निशाना बनाया. यह अभियान क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को कुचलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
ड्रोन हमलों की ताकत
आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रुख
जेएनआईएम, अल-कायदा से संबद्ध एक कट्टरपंथी समूह, लंबे समय से माली में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. माली सेना का यह अभियान न केवल आतंकवादियों की कमर तोड़ने का प्रयास है, बल्कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करने की दिशा में भी एक ठोस कदम है. सैन्य सूत्रों के अनुसार, “इस हमले से आतंकवादियों को भारी नुकसान हुआ है, और उनकी गतिविधियों पर कड़ी चोट पहुंची है.”
क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव
यह कार्रवाई माली में आतंकवाद के खिलाफ चल रही व्यापक लड़ाई का हिस्सा है. विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन हमलों से आतंकवादी समूहों की गतिविधियां कमजोर होंगी, जिससे स्थानीय समुदायों को राहत मिलेगी. माली सरकार ने क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर आतंकवाद से निपटने की प्रतिबद्धता दोहराई है.
आगे की चुनौतियां
हालांकि यह हमला एक बड़ी सफलता है, लेकिन आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. माली सेना ने भविष्य में और सटीक अभियानों की योजना बनाई है ताकि क्षेत्र को पूरी तरह सुरक्षित किया जा सके.