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India Daily

पीएम मोदी को लेकर मालदीव की मुस्लिम मंत्री ने की अपमानजनक टिप्पणी, पूर्व राष्ट्रपति बोले- संभलकर...

पूर्व राष्ट्रपति ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर लिखा- मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना ने एक प्रमुख सहयोगी देश के नेता के प्रति कितनी भयावह भाषा बोली है.

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Edited By: Om Pratap
Maldives minister clown puppet remark on PM Modi

हाइलाइट्स

  • पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का उड़ाया मजाक
  • आलोचना के बाद मंत्री ने एक्स से हटाया विवादित पोस्ट

Maldives minister clown puppet remark on PM Modi: मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद ने अपने देश की मंत्री मरियम शिउना के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्द कहे थे. पूर्व राष्ट्रपति ने मंत्री को सोच समझकर बयान देने की अपील की और कहा कि उनकी ओर से इस्तेमाल की गई भाषा भयानक थी. उन्होंने ये भी कहा कि भारत, मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए एक प्रमुख सहयोगी है.

पूर्व राष्ट्रपति ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर लिखा- मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना ने एक प्रमुख सहयोगी देश के नेता के प्रति कितनी भयावह भाषा बोली है. मोहम्मद मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि मंत्री की इस टिप्पणी का सरकार से कोई संबंध नहीं है. 

बता दें कि मालदीव की युवा अधिकारिता उप मंत्री मरियम शिउना ने पीएम मोदी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी. बाद में उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से पोस्ट को हटा लिया था. बता दें कि मालदीव की मंत्री ने अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जोकर और इजराइल के हाथों की कठपुतली बताया. पोस्ट के बाद भी उन्होंने अपने कई सोशल मीडिया इंटरैक्शन में पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को दोहराया.

Maldives minister clown puppet remark on PM Modi
मालदीव की मंत्री का ट्वीट, जिसे बाद में उन्होंने हटा दिया.

शिउना के अलावा, मालदीव के एक अन्य मंत्री जाहिद रमीज समेत अन्य अधिकारियों ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का मजाक उड़ाया. बता दें कि एक ट्वीट में दावा किया गया था कि पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा मालदीव के लिए झटका है. उनकी यात्रा के बाद लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

मंत्री जाहिद रमीज ने कहा था कि पीएम मोदी का ये अच्छा कदम है, लेकिन मालदीव के साथ इसकी तुलना नहीं की जा सकती, क्योंकि वे मालदीव की ओर से दी जाने वाले सेवाओं को कैसे प्रदान करेंगे? इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने मंत्रियों की आलोचन की और मालदीव के बहिष्कार की बात कही.