US Presidential Election: पूरी दुनिया की नजर इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और चुनाव के बाद आने वाले नतीजों पर टिकी हुई है. दुनियाभर के ज्ञानी, धानी, पंडित, ज्योतिषी अपने-अपने तरीके से यह आंकड़ा बिठाने में लगे हुए हैं कि अमेरिका में किसकी जीत होगी. चूंकि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं इसलिए भारतीयों की एक बड़ी संख्या कमला हैरिस की जीत की दुआ मांग रही है. इन भारतीयों का मानना है कि कमला हैरिस की जीत से भारत और अमेरिका के संबंध मजबूत होंगे लेकिन इसी बीच एक अमेरिकी उद्योगपति ने कमला हैरिस को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिसने सभी भारतीयों को चौंका दिया है.
कमला हैरिस सिर्फ नाम से हिंदू
अमेरिकी उद्योगपति और रिपब्लिकन हिंदू गठबंधन के संस्थापक शलभ शल्ली कुमार का कहना है कि कमला हैरिस सिर्फ नाम से हिंदू हैं लेकिन उनकी हरकतें और नीतियां भारत विरोधी हैं और वह आजाद कश्मीर चाहती हैं. उन्होंने कहा कि भारत की भलाई के लिए ट्रंप का जीतना बेहद महत्वपूर्ण है.
#WATCH | On the US presidential election, US Industrialist and founder of the Republican Hindu Coalition, Shalabh Shalli Kumar says, "Kamala Harris is just Hindu by name, but her actions and policies are anti-India. She wants a free Kashmir. 5-7 people in her campaign are… pic.twitter.com/JN7nuvOlJL
— ANI (@ANI) November 4, 2024
पाकिस्तान को अपने प्रॉक्सी के रूप में इस्तेमाल करेगा चीन
शलभ शल्ली कुमार का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो कह रहे हैं, 'कमला हैरिस सिर्फ नाम से हिंदू हैं लेकिन उनकी हरकतें और नीतियां भारत विरोधी हैं और वह आजाद कश्मीर चाहती हैं. 5-7 लोग उनके अभियान में पाकिस्तान के समर्थक हैं. पाकिस्तान एक दिवालिया राज्य है लेकिन अब यह भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है और चीन पाकिस्तान को अपने प्रॉक्सी के रूप में इस्तेमाल करेगा और कुछ परेशानी पैदा करेगा. भारत और अमेरिका के रिश्तों के लिए, हम दोनों देशों के बीच एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की उम्मीद कर रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रम्प और पीएम मोदी अच्छे दोस्त हैं और इसलिए डोनाल्ड ट्रम्प की अध्यक्षता में अगले चार साल बहुत अच्छे होने वाले हैं.'
ट्रंप के करीबी माने जाते हैं शलभ
शलभ का यह बयान कोई चौंकाने वाला नहीं है क्योंकि शलब डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी लोगों में शामिल हैं.
क्या खालिस्तानी मुद्दे का हल निकाल पाएंगे ट्रंप
यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रंप के संभावित राष्ट्रपति बनने से खालिस्तानी मुद्दे और भारत-कनाडा संबंधों का समाधान हो सकता है, अमेरिकी उद्योगपति और रिपब्लिकन हिंदू गठबंधन के संस्थापक शलभ शल्ली कुमार कहते हैं, 'हां, ऐसा होगा. दरअसल, राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट के बाद जो हुआ, यहां तक कि प्रधान मंत्री ट्रूडो को भी टिप्पणी करनी पड़ी. उन्होंने अपनी स्थिति नरम कर ली... खालिस्तानी केवल एक साधारण ध्यान भटकाने वाले लोग हैं. मेरे पास पंजाब से बहुत सारे मित्र हैं और वे खालिस्तानी आंदोलन की निंदा करते हैं. ट्रंप की निगरानी में संयुक्त राज्य अमेरिका में ऐसा नहीं होने वाला है और कनाडा में भी ट्रूडो को सुनना पड़ेगा.'