जापान ने बड़ा फैसला लेते हुए भारत की कंपनी पर प्रतिबंध लगाया है. इन कंपनियों पर जापान ने रूस की मदद करने के आरोप लगाया है. पश्चिमी देशों और उसके सहयोगियों ने यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस के खिलाफ सख्त व्यापार और आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. बेंगलुरू स्थित एक भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनी कई देशों की कम से कम 10 कंपनियों में शामिल है, जिन पर जापान ने रूस को दंडात्मक आर्थिक उपायों से बचने में कथित रूप से मदद करने के लिए प्रतिबंध लगाए हैं.
आरोप है कि इन कंपनियों ने व्यापार प्रतिबंधों से बचने में रूस की मदद की. इन कंपनियों के नाम की जानकारी नहीं मिल सकी है. जापान के विदेश मंत्रालय ने संपत्ति जब्ती और निर्यात प्रतिबंध सहित इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की है. इन कंपनियों में भारत, चीन, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियां शामिल हैं.
जापानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जापान ने विदेशी मुद्रा और विदेशी व्यापार अधिनियम के तहत दंडात्मक उपाय लागू किए हैं. इसने भारतीय कंपनी का नाम उन कंपनियों की सूची में शामिल कर दिया है, जिन्हें जापानी सरकार से प्रतिबंध का सामना करना पड़ेगा. पिछले सप्ताह, जापान के प्रधानमंत्री फूमिओ किशिदा ने इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन में कहा था कि उनकी सरकार उन कंपनियों और समूहों पर प्रतिबंध लगा रही है जो रूस को आर्थिक प्रतिबंधों से बचने में मदद कर रहे हैं.
जी-7 समूह ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के विरुद्ध कई दंडात्मक प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें उसकी सम्पत्ति जब्त करना भी शामिल है. जापान ने पहले ही कई रूसी कंपनियों पर दंडात्मक उपाय लागू कर दिए हैं.