menu-icon
India Daily

इजरायल करना चाहता था अयातुल्ला खामेनेई की हत्या, ट्रंप ने कर दिया वीटो: अमेरिकी अधिकारियों का दावा

जब इस रिपोर्ट पर इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से सवाल किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, 'मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा.'

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Israel wanted to kill Ayatollah Khamenei, Trump vetoed it: US officials claim

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़रायल की उस योजना को वीटो कर दिया, जिसमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की बात थी. एक प्रतिष्ठित मीडिया चैनल को दो अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, “क्या ईरानियों ने अभी तक किसी अमेरिकी की हत्या की है? नहीं. जब तक ऐसा नहीं होता, हम राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाने की बात भी नहीं करेंगे.” यह खुलासा मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच आया है, जहां इज़रायल और ईरान के बीच सैन्य टकराव जारी है.

इज़रायल की चुप्पी और नेतन्याहू का बयान

जब इस रिपोर्ट पर इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से सवाल किया गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, “मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा.” हालांकि, फॉक्स न्यूज़ के साथ एक टेलीविज़न साक्षात्कार में नेतन्याहू ने संकेत दिया कि शुक्रवार से शुरू हुए इज़रायल के सैन्य हमले ईरान में शासन परिवर्तन का कारण बन सकते हैं. उन्होंने पुष्टि की कि हमलों से पहले उन्होंने ट्रंप को सूचित किया था. 

शांति की उम्मीद
तनाव बढ़ने के बावजूद ट्रंप ने आशावाद व्यक्त किया और कहा कि वे ईरान और इज़रायल के बीच शांति की संभावना देखते हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमले लगातार तीसरे दिन भी जारी रहे. इज़रायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जबकि ईरान ने जवाबी हमले किए. 

क्षेत्रीय तनाव और वैश्विक प्रभाव
यह घटनाक्रम मध्य पूर्व में पहले से ही जटिल स्थिति को और गंभीर बना रहा है. ट्रंप का यह निर्णय वैश्विक कूटनीति और क्षेत्रीय स्थिरता पर गहरा प्रभाव डाल सकता है.