इजरायल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां के मध्य क्षेत्र की एक 70 वर्षीय महिला को बुधवार (23 जुलाई) को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की हत्या की साजिश रचने के संदेह में गिरफ्तार किया गया. इस घटना ने देश में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है और राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा कर दी है.
इजरायली मीडिया KNN की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि यह महिला एक "जानी-मानी सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी" है. उसने अन्य प्रदर्शनकारियों से संपर्क कर हथियार प्राप्त करने की कोशिश की और प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया. उसकी पहचान और निवास स्थान को कोर्ट के गैग ऑर्डर के तहत गोपनीय रखा गया है, लेकिन जांचकर्ताओं के अनुरोध पर बुधवार को व्यापक गैग ऑर्डर हटा लिया गया, जिससे उसके खिलाफ संदेह सार्वजनिक हुए.
साजिश के आरोप और जांच
महिला को शिन बेट (इज़राइल सुरक्षा एजेंसी) ने गिरफ्तार किया और लोद में स्थित लाहव 433 राष्ट्रीय अपराध इकाई की गंभीर और अंतरराष्ट्रीय अपराध इकाई ने जांच की. जांच पूरी होने के बाद, पुलिस ने कहा, "सामग्री को स्टेट अटॉर्नी ऑफिस और अभियोजन पक्ष को आगे की कार्रवाई और अभियोग के लिए हस्तांतरित कर दिया गया है.
"गिरफ्तारी और अभियोग
केएएन की रिपोर्ट के अनुसार, महिला को दो सप्ताह पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसे सभी सरकारी संस्थानों से दूर रहने और प्रधानमंत्री के करीब न जाने की शर्त पर रिहा किया गया था. अब गुरुवार को उसके खिलाफ आपराधिक साजिश और आतंकी कृत्य की साजिश रचने का अभियोग दायर किया जाएगा.
PM नेतन्याहू की हत्या की साजिश पर क्या बोला विपक्ष?
विपक्षी नेता यायर लैपिड (येश अतिद) ने इस घटना की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा, "न्याय को उन सभी के साथ लागू किया जाना चाहिए जो नेतन्याहू को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं या करेंगे." इस बयान ने इस मामले की गंभीरता और राजनीतिक एकता के महत्व को रेखांकित किया है.
सुरक्षा और सामाजिक प्रभाव
यह गिरफ्तारी इज़रायल में बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा चुनौतियों को दर्शाती है. जांच एजेंसियां इस मामले की गहन पड़ताल कर रही हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.