इजरायली सेना ने गाजा में मंगलवार को कहर मचाया. आईडीएफ ने कहा कि उसने उत्तरी गाजा के जाबालिया में एक सुरंग का पता लगाकर उसे ध्वस्त कर दिया है. इस सुरंग का इस्तेमाल हमास के आतंकियों ने 10 अक्टूबर को किया था. उसमें तीन सैनिकों की मौत हो गई थी. ये हमला इतना भयानक था कि 12 अन्य सैनिक घायल हो गए थे.
ये सुरंग करीब 500 मीटर लंबी थी. जिसका इस्तेमाल फिलिस्तीन समर्थक आतंकी संगठन हमास कई सालों से कर रहा था. इस सुरंग का पता आईडीएफ के लड़ाकू इंजीनियरों ने लगाया और फिर इसे नष्ट किया. इस सुरंग को नष्ट करने के साथ ही हमास के 10 आतंकियों को भी मौत के घाट उतार दिया गया.
एयर स्ट्राइक का वीडियो सामने आया
इस सुरंग के पता लगने के बाद एयर स्ट्राइक का वीडियो सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि कैसे इजरायल की सेना ने भयानक बमबारी कर इस सुरंग का अस्तित्व ही खत्म कर दिया. आईडीएफ गिवती सैनिकों ने इस हमले की जानकारी देते हुए बताया कि पहले हमने सुरंग के शाफ्ट का पता लगाया जहां सेल छिपा हुआ था. यह 500 मीटर अंडरमार्ग से जुड़ा था. इसका पता लगने के बाद हमारे लड़ाकू इंजीनियरों ने सुरंग को ध्वस्त कर दिया.
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— Open Source Intel (@Osint613) December 17, 2024
The IDF says it discovered and destroyed a tunnel in Jabalia, northern Gaza, used by a Hamxs cell in a December 9 attack that killed three Givati Brigade soldiers and wounded 12 others. The tunnel, connected to a 500-meter underground passage, was found and demolished by… pic.twitter.com/RArzi7c7ZT
16 दिसंबर को मारे गए 2 आई़डीएफ सैनिक
आईडीएफ ने ये हमला 16 दिसंबर की घटना के एक दिन बाद किया है. इजरायली सेना ने बताया था कि सोमवार को दक्षिणी गाजा में उसके दो सैनिकों की मौत हो गई थी. दक्षिणी गाजा के राफा इलाके में एक इमारत के गिरने से आईडीएफ के दो सैनिकों की मौत के साथ-साथ दो सैनिक घायल भी हो गए थे.बताया जा रहा है कि ये इमारत पहले से क्षतिग्रस्त थी जिसके कारण यह ढह गई.
ये घटना अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप के ताजा बयान से लेकर देखी जा रही है. हमास को चिंता है कि ट्रंप प्रस्तावित युद्धविराम समझौते के पहले चरण के पूरा होने के बाद इजरायल को गाजा में युद्ध फिर से शुरू करने की अनुमति देंगे.