नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के बीच एक बड़ा खुलासा सामने आया है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने गाजा पट्टी में 7 किलोमीटर लंबी और 25 मीटर गहरी एक विशाल हमास सुरंग का पता लगाया है. यह सुरंग कई महत्वपूर्ण पहलुओं से जुड़ी है, जिसमें 2014 में मारे गए इजरायली सैनिक लेफ्टिनेंट हादर गोल्डिन की बॉडी रखी थी.
इस सुरंग के अंदर लगभग 80 कमरे बने हुए थे, जिनका इस्तेमाल हमास कमांडरों ने हथियार रखने, हमलों की योजना बनाने और लंबी अवधि तक रहने के लिए किया था. सुरंग रफाह के घनी आबादी वाले इलाकों के नीचे बनाई गई थी, जहां मस्जिदों, स्कूलों, क्लीनिकों, किंडरगार्टन और एक UNRWA परिसर जैसे संवेदनशील ढांचे मौजूद थे.
⭕️ EXPOSED: A 7+ kilometer Hamas tunnel route that held Lt. Hadar Goldin.
— Israel Defense Forces (@IDF) November 20, 2025
IDF troops uncovered one of Gaza’s largest and most complex underground routes, over 7 km long, ~25 meters deep, with ~80 hideouts, where abducted IDF officer Lt. Hadar Goldin was held.
The tunnel runs… pic.twitter.com/GTId75CvYw
IDF की स्पेशल यूनिट्स, जिनमें यहालोम इंजीनियरिंग यूनिट और शायेत 13 नेवी कमांडो शामिल हैं, उसने इस सुरंग को खोजा. यह वह जगह थी जहां हादर गोल्डिन के शव को लगभग 11 साल तक रखा गया था. गोल्डिन 2014 के ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज के दौरान एक हमले में मारे गए थे. यह घटना तब हुई थी जब संघर्ष विराम लागू होने के मात्र दो घंटे बाद हमास ने घात लगाकर गोल्डिन पर हमला किया था.
इजरायल ने कठिन और गुप्त बातचीत के बाद उनका शव वापस हासिल किया था. इस सुरंग के खुलासे के साथ ही एक और बड़ा कदम तब देखने को मिला जब इजरायल ने मरवान अल-हम्स को गिरफ्तार किया. बताया जाता है कि वह हमास का वरिष्ठ सदस्य है और गोल्डिन की मौत से जुड़े हालातों की जानकारी रखता था. IDF का कहना है कि मरवान अल-हम्स को पकड़ना उस बड़े अभियान का हिस्सा था जिसमें गोल्डिन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के प्रयास किए गए.
गाजा पट्टी में यह सुरंग उस जटिल परिस्थितियों को दर्शाती है जिसमें यह संघर्ष चल रहा है. इलाके में घनी आबादी के बीच हमास की सैन्य गतिविधियां और सुरंगों का नेटवर्क लंबे समय से इजरायल के लिए चुनौती बना हुआ है. हाल के दिनों में इजरायली हमलों और जवाबी कार्रवाई में कई लोग प्रभावित हुए हैं. यह सुरंग न सिर्फ सैन्य रूप से महत्वपूर्ण है बल्कि यह संघर्ष के उन दर्दनाक घटनाओं की भी याद दिलाती है जिनका असर आज भी जारी है.
यह डिटेल्ड खोज और लेफ्टिनेंट हैदर गोल्डिन के अवशेषों की आखिरकार वापसी, लंबे समय से चल रहे इज़राइल-हमास संघर्ष में एक अहम अध्याय है और गाजा में आम इलाकों में हमास द्वारा बनाए गए बड़े अंडरग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर को दिखाता है.