इजरायल ने शुक्रवार देर रात ईरान पर फिर से हमले शुरू कर दिए हैं. इजरायल ने राजधानी तेहरान और संवेदनशील परमाणु व धार्मिक स्थलों पर हमले किए हैं. हमलों के तुरंत बाद ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने कहा, “ईरानी सेना इजरायल को असहाय कर देगी.”
तेहरान और फोर्डो में हमले
ऑपरेशन राइजिंग लायन: इजरायल का खुला हमला
इजरायल और ईरान के बीच लंबे समय से चल रही छद्म युद्ध अब खुली जंग में बदल गई है. इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के प्रमुख परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए. इन हमलों में नतांज संवर्धन सुविधा को निशाना बनाया गया और ईरान के तीन वरिष्ठ सैन्य कमांडर—जनरल मोहम्मद बघेरी, रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर हुसैन सलामी, और मिसाइल कार्यक्रम के प्रमुख अमीर अली हाजीज़ादेह—मारे गए. दो शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों की भी मौत हुई. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “ईरान बहुत कम समय में परमाणु हथियार बना सकता है.”
ईरान का जवाबी हमला
ईरान ने तुरंत पलटवार करते हुए इजरायल पर 100 से अधिक ड्रोन दागे, जिनमें से अधिकांश को इजरायली वायु रक्षा ने नष्ट कर दिया. इजरायल ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और हजारों रिजर्व सैनिकों को तैनात किया. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन ने चेतावनी दी, “हम इजरायल के खिलाफ कड़ा कदम उठाएंगे.”
अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हमले में अमेरिका की किसी भी भूमिका से इनकार किया, लेकिन कहा, “इजरायल के हमले और तीखे होंगे.” उन्होंने ईरान से परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत की मेज पर लौटने की अपील की.