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India Daily

ब्रिटेन से भागकर ISIS आतंकियों की दुल्हन बनने वाली तीन लड़कियां, एक जिंदा है दो का हुआ ये खौफनाक अंजाम

बेगम ने साल 2015 में अपनी दो दोस्तों के साथ ब्रिटेन से सीरिया तक की खतरनाक यात्रा की और फिर आतंकी संगठन में शामिल हो गईं. उस समय बेथनल ग्रीन स्कूल में पढ़ने वाली शमीमा बेगम की उम्र 15, उनकी दोस्त कदीजा सुल्ताना 16 और अमीरा अबेस 15 साल की थी. ISIS में शामिल होने के बाद उनके जीवन ने एक नया मोड़ लिया. तीनों की ब्रिटिश नागरिकता चली गई और उन्हें सीरिया में एक हिरासत शिविर में रहना पड़ा.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
ISIS bride Shamima Begum is alive What happened to her two friends Kadiza Sultana and Amira Abase

ब्रिटेन से भागकर ISIS आतंकवादी से शादी करने वाली शहीदा बेगम अपने वतन वापस लौटने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं लेकिन लगता है कि वह अब कभी भी अपने वतन वापस नहीं लौट पाएंगी. सुरक्षा कारणों के चलते ब्रिटेन ने बेगम दो दोबारा नागरिकता देने से इनकार कर दिया है. विदेश सचिव डेविड लैमी ने कहा कि बेगम को अब कभी भी ब्रिटेन वापस आने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

सीरिया पहुंचकर ISIS आतंकियों से रचाई शादी

बेगम ने साल 2015 में अपनी दो दोस्तों के साथ ब्रिटेन से सीरिया तक की खतरनाक यात्रा की और फिर आतंकी संगठन में शामिल हो गईं. उस समय बेथनल ग्रीन स्कूल में पढ़ने वाली शमीमा बेगम की उम्र 15, उनकी दोस्त कदीजा सुल्ताना 16 और अमीरा अबेस 15 साल की थी. ISIS में शामिल होने के बाद उनके जीवन ने एक नया मोड़ लिया. तीनों की ब्रिटिश नागरिकता चली गई और उन्हें सीरिया में एक हिरासत शिविर में रहना पड़ा.

फिर हुआ खतरनाक अनुभव

सीरिया में आईएसआईएस में शामिल होने के बाद शमीमा बेगम को जो खतरनाक अनुभव हुए. उन्हें पता चला कि आईएसआईएस की कथनी और करनी में बहुत फर्क है और उसके बाद उन्होंने ब्रिटेन वापस जाने का फैसला लिया. 15 साल की शमीमा बेगम 27 साल के आईएस आतंकी डच नागरिक यागो रीडिज्क से शादी हुई जिससे उन्हें तीन बच्चे हुए लेकिन तीनों ही बच्चों की मौत हो गई.

आईएस के चंगुल से भागने में कामयाब रहीं शमीमा

शमीमा कैसे भी आईएस के चंगुल से भागने में कामयाब रहीं और अब वह एक सीरियाई शिविर में रह रही हैं और वापस ब्रिटेन की नागरिकता पाने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन उनकी दोनों सहेली कदीजा सुल्ताना और अमीरा अबेस का क्या हुआ? ये एक बड़ा सवाल बना हुआ है. 

ISIS के चंगुल से बाहर निकलना मुश्किल
कहा जाता है कि एक बार जो आईएसआईएस में शामिल हो जाता है वह फिर अपनी जिंदगी की आखिरी सांस तक वहीं रहता है और अगर कोई भागने की कोशिश करता है तो उसे क्रूर सजा दी जाएगी.

शमीमा बेगम की दोस्त कदीजा सुल्ताना ISIS के चंगुल से भागना चाहती थी लेकिन उसके सामने ही वहां से भागने का प्रयास करने वाली एक लड़की को बेरहमी से पीट-पीटकर मार दिया गया था जिसके बाद कदीजा ने वहां से ना भागने का फैसला किया. इसके बाद से उनका कोई पता नहीं है.  वहीं आईएसआईएस लड़ाके अब्दुल्ला एलमीर से शादी करने वाली अमीरा अबेस 2015 में ड्रोन हमले में मौत हो गई थी.

क्या शमीमा को मिल पाएगी ब्रिटेन की नागरिकता
शमीमा अभी सीरियाई कैंप में जीवन गुजार रही हैं. 25 साल की हो चुकी शमीमा अब सहायता एजेंसियों द्वारा हिरासत शिविर में दिए शाने के पैकेट बेचती हैं. हालांकि उन्हें फिर से ब्रिटेन स्थित अपने घर वापस जाने की अनुमति मिलेगी या नहीं यह कोई नहीं जानता.