Operation Sindoor: आतंकवादी याकूब मुगल के जनाजे में शामिल हुए ISI और पाकिस्तान के अधिकारी, वीडियो से खुली पोल
Pakistan Terrorist Yaqub Mughal Funeral: पाकिस्तान में याकूब मुगल के जनाजे में ISI और पुलिसकर्मी शामिल हुए, यह घटना पाकिस्तान और आतंकियों के बीच मिलीभगत को दर्शाती है, आतंकवाद को राजकीय संरक्षण का सबूत.

Pakistan Terrorist Yaqub Mughal Funeral: भारतीय वायुसेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत मारे गए बिलाल टेरर कैंप के मुखिया याकूब मुगल के जनाजे में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पुलिसकर्मी शामिल हुए. यह घटना एक बार फिर पाकिस्तान और आतंकियों के बीच की मिलीभगत को बेनकाब करती है.
याकूब मुगल की अंतिम यात्रा पूरी सरकारी व्यवस्था की निगरानी में संपन्न हुई. ISI के अधिकारी और पाकिस्तानी पुलिसकर्मी न सिर्फ मौजूद थे, बल्कि व्यवस्था भी संभालते दिखे. यह घटना पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को 'राजकीय संरक्षण' देने का जीता-जागता सबूत है.
भारत का करारा जवाब: 'ऑपरेशन सिंदूर'
भारत ने यह एयरस्ट्राइक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भयावह आतंकी हमले के जवाब में की थी. इस हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की निर्मम हत्या की गई थी. पीड़ितों को धर्म पूछकर गोली मारी गई, जबकि उनके परिवार वाले देखते रह गए.
नौ ठिकानों पर सटीक हमला
'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओजेके के 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. सभी स्थानों पर हमले पूरी तरह सफल रहे. इनमें बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी शामिल था.
मस्जिद में छिपे आतंकियों पर भी हमला
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर ने खुद स्वीकार किया कि भारतीय मिसाइल हमले में मस्जिद सुब्हान अल्लाह पर निशाना साधा गया, जिसमें उसकी बहन और परिवार के 10 सदस्य मारे गए.
भारत की इस रणनीतिक कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान का आतंकवाद के समर्थन में चेहरा एक बार फिर वैश्विक मंच पर उजागर हो गया है. अब दुनिया देख रही है कि पाकिस्तान सिर्फ आतंकी गतिविधियों का गढ़ नहीं, बल्कि उनके आयोजनों का 'आधिकारिक प्रायोजक' भी बन चुका है.
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